एस सी कन्या छात्रावास क़ी तीन छात्राओ का गंभीर हालत मे छिंदवाड़ा में चल रहा उपचार
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा :-अनुसूचित जाति की बच्चीयों को शिक्षा दिलाने सरकार अरबो रुपये खर्च कर उन्हें रहने छात्रावास में खाने पीने से लेकर अन्य सुविधा मुहैया करा रही है लेकिन इन छात्रवासों में जिन अधीक्षकों को इनकी देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है वही इन छात्राओ को भगवान भरोसे छोड़कर अपने स्वार्थ सिद्धि में लगे हैं। जिसका बड़ा उदाहरण चौरई नगर के बार्ड नम्बर एक से लगे नवेगांव में स्थित अनुसूचित जाति के कन्या छात्रावास में देखने मिला जहाँ सोमवार शाम के खाने के बाद चार छत्राएँ फुड पॉयजनिंग की शिकार हो गई जिन्हें गंभीर हालत में चौरई सामुदायिक केंद लाया गया। जहां बी एम ओ ने छात्राओ की गंभीर हालत देखते हुये छिंदवाड़ा जिला अस्पताल रिफर कर दिया जहाँ छात्राओं की हालत नाजुक बनी हुई है
छात्रवास अधीक्षक छिंदवाड़ा में निवास कर चला रही कन्या हॉस्टल
चौरई क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों से अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों की छत्राएँ चौरई छात्रवास में निवास कर अपनी पढ़ाई करती है। लेकिन चौरई छात्रवास में पदस्थ अधीक्षक प्रीति दुबे छिंदवाड़ा में निवास कर हॉस्टल चला रही है। सोमवार शाम खाने के बाद जब तीन छात्रओं को उल्टियां होने लगी तब सबसे पहले उन्हें अपने साथ रहने वाली साथी छात्राओ ने प्रायवेट क्लिनिक लेकर पहुची जहां से उन्हें शासकीय अस्पताल पहुचाया गया उस समय अधीक्षक छिंदवाड़ा में बैठकर फोन पर ही छात्राओ की जानकारी ले रही थी। यहाँ तक कि यहाँ पदस्थ रसोइया भी झिलमिली में निवास करती है। जब छात्रओं ने मोबाइल पर जानकारी ली तब रसोइया चौरई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुची।
उक्त मामले की जानकारी मुझे है। छात्राओं की हालत में सुधार है लापरवाह अधीक्षक को कारण बताओं नोटिस जारी किया जा रहा है।
सातेंद्र सिंह मरकाम,आयुक्त ट्रेयबल
कल छात्रवास की छत्राएँ हमारे यहाँ आई थी इलाज के दौरान मामला फूड पाइजनिंग का था गंभीर हालत के चलते जिला अस्पताल रेफर कर दिया
नितिन बामने,बी एम ओ चौरई