सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा-जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा जिले की चार विकास खंडों में आश्रम शाला व छात्रावास संचालित करता है जिला में संचालित आश्रम शालाओं में अधीक्षकों की मनमानी जोरों पर है राज्य शासन के आदेशों की का पालन ना करना उनकी हठधर्मिता को दर्शा रहा है स्कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय भोपाल के पत्र क्रमांक F01/09/ 2022 /20- 01 भोपाल दिनांक 6-9-2022 के परिपालन में आयुक्त जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा द्वारा इस आशय के आदेश जारी किए गए थे कि विभाग की शालाओं में सलंग्न शिक्षकों के संलगीकरण समाप्त किए गए हैं उक्त आदेश का पालन करते हुए समस्त शिक्षकों को आश्रम छात्रावासों से कार्यमुक्त किया जाना है मंत्रालय के आदेश के परिपालन में सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा द्वारा दिनांक 17 -11-22 को समस्त अधीक्षक जनजाति छात्रावास आश्रम को संलग्न ही कारण समाप्त करते हुए कार्यमुक्त करने के आदेश जारी किए गए थे वही आदेश का परिपालन ना होने पर दिनांक 12 – 1 -23 को पुनः तीन दिवस में शिक्षकों को उनकी मूल संस्था हेतु कार्यमुक्त कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के आदेश जारी किए गए किंतु प्रकाश में आया है कि आश्रम शालाओं के अधीक्षक सहायक आयुक्त पर भारी पड़ रहे हैं और संलग्न शिक्षकों को आज दिनांक तक कार्य मुक्त नहीं किया गया हैवहीं सूत्रों की माने तो सहायक आयुक्त के आदेशों को ना मानना अधीक्षकों के साथ-साथ कार्यालय में पदस्थ बाबू के लिए आम बात हो गई है वरिष्ठ अधिकारी को गुमराह करने की कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं मनमाने तरीके से शिक्षकों को शहर के आसपास की संस्थाओं में संलग्न किया जा रहा है वही को शिक्षकों की एलपीसी लाकर नई संस्था से वेतन निकालने की व्यवस्था बनवाई जा रही है शिक्षकों पर इतनी मेहरबानी कहीं ना कहीं आपसी लेनदेन की पुष्टि करती है