सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा -प्रोजेक्ट एंजल के अंतर्गत जिले के वल्लरेबल क्षेत्र के चिन्हित वंचित बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये सामाजिक और स्वैच्छिक संस्थायें बच्चों की जरूरत, रूचि और स्थिति के अनुसार उनका आकलन करते हुये अपनी कार्ययोजना बनायें और इस कार्ययोजना के अनुसार उनके जीवन को एक नई दिशा देने का कार्य करें । इन बच्चों और उनके अभिभावकों से चर्चा करें और उनके भविष्य को संवारने के लिये सकारात्मक दृष्टिकोण से कार्य करें जिससे उनका शैक्षणिक व आर्थिक विकास होने के साथ ही उनका सामाजिक उत्थान भी हो सके । कलेक्टर श्रीमती पटले आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में जिला बाल संरक्षण समिति की त्रैमासिक बैठक और बाल संरक्षण मुद्दों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं । बैठक में पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती मोनिका बिसेन, जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र जगदीश कुमार इड़पाचे, उपायुक्त नगरपालिक निगम आर.एस.बाथम, श्रम पदाधिकारी संदीप मिश्रा, विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना के संभागीय नोडल अधिकारी डॉ.पी.एन.सनेसर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.श्रीमती अर्चना कैथवास, जिला समन्वयक नेहरू युवा केन्द्र के.के.उरमलिया व अन्य विभागों के अधिकारी, सामाजिक व स्वैच्छिक संस्थाओं में जनमंगल संस्थान, लायंस क्लब, रोटरी क्लब, भारत विकास परिसर, कुकड़ा ग्राम उत्थान समिति, उपभोक्ता उत्थान संगठन, वी केयर फार ऑल संस्था, सेवा संकल्प वेलफेयर सोसायटी, वर्ल्ड विजन इन इंडिया, गायत्री परिवार, उड़ान, किरदार संस्था, ज्ञानदा समर्पण शिक्षा एवं सामाजिक कल्याण समिति आदि के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती पटले ने चिन्हित वंचित बच्चों को शासकीय योजनाओं के अंतर्गत उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की समीक्षा करते हुये महिला एवं बाल विकास विभाग की अधिकारी को निर्देश दिये कि विभिन्न सामाजिक व स्वैच्छिक संस्थाओं की भागीदारी और सहयोग से प्रत्येक वंचित बच्चे की उम्र के अनुसार उसके स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, संपत्ति, आर्थिक, मनोसामाजिक आदि जरूरतों के अनुसार चिन्हित वंचित बच्चों को सभी शासकीय योजनओं से लाभान्वित करें ।