सरसों फसल रबी सीजन के लिये कम पानी कम लागत में बेहतर विकल्प-उपसंचालक कृषि
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा/ / चम्बल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड द्वारा उत्तम संतुलित पोषण अभियान (यूएसपीए) के अन्तर्गत छिन्दवाड़ा जिले के ग्राम सोनाखार में फसल संगोष्ठी एवं फसल दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उप संचालक कृषि श्री जितेन्द्र कुमार सिंह, उद्यानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.विजय पराडकर, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख श्री श्रीवास्तव, चम्बल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड के वरिष्ठ प्रबंधक श्री जी.के.वर्मा, उप प्रबंधक श्री दिलीप यदुवंशी उपस्थित रहे एवं किसानों को संतुलित उर्वरकों के उपयोग हेतु प्रेरित किया। साथ ही मृदा की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिये जैविक उर्वरकों के प्रयोग की सलाह दी गई।उप प्रबंधक श्री दिलीप यदुवंशी द्वारा कंपनी के द्वारा चलाए जा रहे उत्तम संतुलित पोषण अभियान की जानकारी देते हुये बताया कि यह परियोजना “देखकर विश्वास और करके सीखो” की अवधारणा पर आधारित है, जिसमें किसानों के खेतों में संतुलित उर्वरक उपयोग, उर्वरकों के वैकल्पिक स्रोत (नैनी फोर्टिफाइड), जैविक खादों (गोबर खाद वर्मीकम्पोस्ट) और जैविक उर्वरक का समावेश (उत्तम सुपरराइजा उत्तम पी डी एम), कीटनाशक व रोग प्रबंधन आदि के विभिन्न तकनीकी हस्तक्षेपों के प्रयोग से प्रक्षेत्र प्रर्दशनों के माध्यम से कृषक समुदाय को जागरुक किया जा रहा है। इस परियोजना का मुख्य लक्ष्य विविध जलवायु क्षेत्रों और विभिन्न फसलों में प्रक्षेत्र प्रदर्शन लगाकर प्रदर्शनों के परिणामों के आधार पर सर्वोत्तम प्रथाओं का मूल्यांकन और पहचान करके किसानों को पारंपरिक कृषि आदानों (उर्वरकों और कीटनाशकों) के लागत प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल वैकल्पिक स्रोत प्रदान करना हैं, जिससे हरित विकास को बढ़ावा मिलेगा और पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को भी कम किया जा सकेगा। इस परियोजना के द्वारा खेती में रसायनों के उपयोग को कम करने से मृदा स्वास्थ्य में सुधार होगा, जिससे देश की कृषि उपज और उत्पादकता में बढ़ोतरी होगी। कार्यक्रम में अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री नीलकंठ पटवारी और कृषि विभाग का मैदानी अमला एवं प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे।