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आदिवासी बालक आश्रम छिदंवाडा में छात्रों से करवाई जा रही मजदूरी

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सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा द्वारा संचालित छात्रावास में एवं आश्रमों में अनियमिताएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है आजकल सरकारी स्कूलों और आदिवासी बालक आश्रम शालाओं की हालत लगभग एक जैसी हो चुकी है. हर जगह से बच्चों से काम करवाने की खबरें आ रही हैं. ताजा मामला जिला मुख्यालय के मनसरोवर आदिवासी बालक आश्रम का सामने आया है.

जहां आदिवासी आश्रम में नन्हें मुन्हे आदिवासी बच्चों जो आपने माता पिता को छोडकर पढाई करने आयें है उनको हाथों से आश्रम शाला में झाड़ू लगवाई जाती है , वो भी स्कूल टाईम पर , यंहा अध्ययन करने वाले बच्चें ने बताया की प्रतिदिन अलग अलग बच्चों से ऐसे ही अधीक्षक महोदय साफ सफाई करातें है , एंव समय में नास्ता , भोजन भी नहीं देते है ,लेकिन जब मीडिया ने जिलें बैठे प्रभारी सहायक आयुक्त उमेश सातनकर से पूछा गया तो उन्होंने कुछ नहीं बोला,सबसे बडा सवाल तो यहां है कि निगरानी करने वाली क्षेत्र संयोजक से भी जब इस बिषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा आप सहायक आयुक्त से बात करें में कुछ नहीं कर सकती हुँ , जबकि निगरानी के अभाव में जिलें के दो आदिवासी छात्र की मौत हो चूकी है।

आदिवासी शासकीय बालक आश्रम मानसरोवर कांप्लेक्स के पीछे संचालित बालक आश्रम से सर्व शिक्षा अभियान की पोल खोलती कई तस्वीर समाने आई है ।

आज आदिवासी बालक आश्रम का एक छात्र झाडू लगाते दिखाई दे रहा हैं. इतना ही नहीं छात्र के द्वारा बताया गया है कि ऐसा प्रतिदिन होता है अलग अलग बच्चे से सफाई कराई जाती है.यंहा पदस्थ अधीक्षक परानी इतना दंबग है कि जिला मुख्यालय में बीस साल से आश्रम शाला में आपनी मूल शाला छोड अधीक्षक के पद पर पदस्थ है लेकिन आज तक कोई नहीं हटा पाया है पहले भी इस आश्रम शाला में कई धटना हो चूंकि है लेकिन अधीक्षक पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है ।

जिलें में जनजातीय कार्यविभाग द्वारा संचालित छात्रावास/आश्रम शालाओं में दो आदिवासी छात्र की मौत के बाद भी विभाग सुंध नहीं लगता रहा है,जंहा आदिवासी बच्चों अधीक्षक क द्वारा प्रताड़ित हो रहे है, लेकिन फिर भी जनजातीय कार्यविभाग के अधिकारियों की आँखों नहीं खुल रही है ,अब देखना है कि नवगत कलेक्टर महोदय जिनकी प्राथमिकता शिक्षा एंव स्वास्थ्य है अब महोदय लापरवाही अधीक्षक पर क्या कार्यवाही करते है या फिर राजनेताओं के दबाव में मामला शांत हो जायेगा।

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