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जिले में किसानों द्वारा रबी फसलों की बोनी का कार्य तेजी से जारी

अभी तक लगभग 70 प्रतिशत हेक्टेयर क्षेत्र में हुई रबी फसलों की बोनी

किसानों से कृषि वैज्ञानिकों की अनुशंसा के अनुसार अनाज वाली फसलों में डीएपी के स्थान पर एनपीके उर्वरकों का उपयोग करने की अपील

सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाडा:जिले में रबी फसलों की बोनी कार्य किसानों द्वारा तेजी से किया जा रहा है तथा लगभग 70 प्रतिशत हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों की बोनी हो चुकी है जिसमें मुख्य रूप से चना, मसूर, सरसों, मटर एवं गेहूं की बोनी की जा रही हैं। किसानों द्वारा इस वर्ष पानी की उपलब्धता और मिट्टी परीक्षण की अनुशंसा के अनुसार ही संतुलित उर्वरकों का उपयोग किया गया है। इस वर्ष जिले में एन.पी.के. (कॉम्पलेक्स उर्वरक) उर्वरकों का उपयोग बढ़ा है जिससे मिट्टी में पोटाश व सल्फर तत्वों की पूर्ति हो सकेगी । डी.ए.पी. के स्थान पर भी एन.पी.के. का उपयोग किया जा रहा है जिससे खेती की लागत कम होने के साथ ही मृदा के स्वास्थ्य में सुधार होगा । जिले के किसानों से कृषि वैज्ञानिकों की अनुशंसा के अनुसार अनाज वाली फसलों में डीएपी के स्थान पर एनपीके उर्वरकों का उपयोग कर कम लागत में अच्छे परिणाम प्राप्त करने की अपील की गई है। वर्तमान में रबी फसलों के लिये जिले में सभी उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है। कलेक्टर श्री मनोज पुष्प द्वारा लगातार समीक्षा कर किसानों को सुविधापूर्वक उर्वरक उपलब्ध कराने के निर्देश सभी संबंधित अधिकारियों को दिये गये हैं।

      उप संचालक कृषि श्री जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जिले में रबी सीजन में 31867 मेट्रिक टन यूरिया प्राप्त हुआ है जिसमें से 19788 मेट्रिक टन यूरिया वितरित किया जा चुका है और 12079 मेट्रिक टन यूरिया शेष है । इसी प्रकार 10690 मेट्रिक टन डीएपी प्राप्त हुआ है जिसमें से 8517 मेट्रिक टन डीएपी वितरित किया जा चुका है और 2172 मेट्रिक टन डीएपी शेष है, 10923 मेट्रिक टन एनपीके प्राप्त हुआ है जिसमें से 4702 मेट्रिक टन एनपीके वितरित किया जा चुका है और 6221 मेट्रिक टन एनपीके शेष है तथा 11874 मेट्रिक टन सिंगल सुपर फास्फेट प्राप्त हुआ है जिसमें से 4591 मेट्रिक टन सिंगल सुपर फास्फेट वितरित किया जा चुका है और 7283 मेट्रिक टन सिंगल सुपर फास्फेट शेष है । उन्होंने बताया कि किसान अपने क्षेत्र की सेवा सहकारी समितियों, मार्कफेड के गोदाम व निजी क्षेत्रों से भी उर्वरक प्राप्त कर सकते हैं। जिले को आवश्यकता के अनुसार उर्वरक की रैक लगातार प्राप्त हो रही है। नवंबर माह में ही जिले के लिये 3 रैक यूरिया ट्रांजिट में है जिससे लगभग 6000 मेट्रिक टन यूरिया और प्राप्त हो जायेगी । साथ ही एक रैक डीएपी (लगभग 2000 मेट्रिक टन) ट्रांजिट में है जो अगले दो तीन दिनों में जिले को और प्राप्त हो जायेगी पिछले तीन दिनों में जिले को 3 रैक यूरिया प्राप्त हो गई है । इस प्रकार जिले में सभी उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है । उन्होंने बताया कि कलेक्टर द्वारा जिले की सभी 146 सहकारी समितियों में सभी उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करते हुये किसानों को वितरण के लिये महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित छिन्दवाड़ा को निर्देशित किया गया है । साथ ही जिला विपणन अधिकारी को मार्कफेड के सभी गोदामों में उर्वरकों के भंडारण व वितरण के निर्देश दिये गये हैं तथा कृषि विभाग के अधिकारियों की टीम गठित कर लगातार मॉनिटरिंग कराई जा रही है।

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