सतपुड़ा एक्सप्रेस तामिया -ग्रामीण विकास के नाम पर कम समय मे मशीनों से निर्मित तालाबो के बहने का सिलसिला शुरू हो गया है। पहली ही बरसात में तामिया जनपद के ग्राम पंचायत ढुलनिया का तालाब शनिवार रात्रि को बह गया वही लिंगा पंचायत में बना दूसरा तालाब बीच से फूटा हुआ है इसी बीच ग्राम पंचायत बांकी में बनाये गए तालाब में भी मिट्टी का कटाव बढ़ गया है। ग्राम उमरवाह में भी तीन तालाब बह जाने की चर्चा है। वही संबंधित इंजीनियर ने लिंगा के तालाब की वेस्टवेयर तोड़ने मजदूर लगाए ताकि तालाब का पानी बह जाए और वह फूटने से बच जाए। इस पूरे मामले की शिकायत जिला कलेक्टर तक पहुंची है। कलेक्टर सोमवार को तामिया दौरे पर बहे तालाबो की जानकारी लेंगी। तामिया जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत ढुलनिया का तालाब शनिवार रात्रि को बह गया।ढुलनिया में विवेकानंद सेवा कुटीर के पढ़ाने वाले युवक साबूलाल भारती ने बताया कि ढुलनिया में घटिया कार्य करते हुए इस घटिया तालाब निर्माण हुआ इसकी शिकायत 181 में 3 जुलाई को की गई थी उसके बाद जनपद के कर्मचारियों ने शिकायत वापस लेने दबाब बनाया था । साबूलाल भारती ने तालाब बह जाने के बाद जिला कलेक्टर शीतला पटले को जानकारी दी।
इसी तरह लिंगा में बना तालाब बीच से फूट गया । लिंगा ग्राम में तालाब के पास कर्मचारी गुलशन विश्वकर्मा ने बताया कि निजी कंस्ट्रक्शन द्वारा दोनो तालाब का निर्माण कराया गया इंजीनियर अनिल माहोरे के निर्देश पर वेस्ट वेयर तोड़ा जा रहा है। लिंगा में स्थानीय मजदूर को इस काम मे लगाया गया। निजी कंस्ट्रक्शन के कर्मचारी गुलशन ने कवरेज कड़ाने गए पत्रकारों को जान से मारने की धमकी देते हुए वेस्ट वेयर तोड़ने का वीडियो बनाने से रोका साबूलाल भारती ने इस पूरे मामले की शिकायत की है। तामिया क्षेत्र के तालाब निर्माण के हुआ व्यापक भ्रष्टाचार की पोल बारिश में खुल रही है वही इन निर्माण कार्यों को देखने वाले के दो उपयंत्री उज्जैन में घूमने की चर्चा है।अब इस मामले में लीपापोती का दौर शुरु हो गया है। और जनपद के कर्मचारियों द्वारा की गई शिकायत को वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।