सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। मामला मोहखेड़ विकासखंड के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय मोहखेड़ का है यहां पदस्थ प्रभारी प्राचार्य जगदीश ग्यार के स्थान पर कलेक्टर कार्यालय छिंदवाड़ा द्वारा दिनांक 28/03/2023को एक आदेश जारी कर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उमरानाला के प्राचार्य राजीव साठे को तत्काल प्रभाव से प्रशासकीय एवं आहरण संवितरण के अधिकार सौंपते हुए प्रभारी प्राचार्य शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय मोहखेड़ बनाने के आदेश जारी किए गए परंतु आज दिनांक तक पूर्व से पदस्थ प्रभारी प्रचार जगदीश ग्यार द्वारा उन्हें चार्ज नहीं सौंपा गया इस संबंध में समय-समय पर जिला शिक्षा अधिकारी से भी बात की गई मगर वह भी कलेक्टर के आदेश के परिपालन में गंभीर नजर नहीं आए हद तो तब हो गई जब जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से ट्रेनिंग के लिए 19/05/2023 को जारी आदेश में उच्च माध्यमिक शिक्षक जगदीश ग्यार को प्रभारी प्राचार्य बताया गया था
और 1/6 /2023 को जारी आदेश में जे ग्यार को प्राचार्य सूची में दर्शाया गया है । टेक्निकल सुविधाजनक व्यवस्था में ऐसी सूची अक्सर जारी होती है किंतु *विधिक व्यवस्था में ऐसी चूक कभी विभाग तो कभी कर्मचारी की गले की फांस बन जाती है।
दोनों सूची में उच्च माध्यमिक शिक्षक जगदीश ग्यार को ही ट्रेनिंग में बुलाया गया है, दोनों ही ट्रेनिंग के आदेश जिला शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर से जारी किए गए हैं।यहां स्पष्ट करना आवश्यक है कि किसी भी श्रेणी ,वर्ग या कैडर की कार्यक्षमता को कमतर नही आंका जा सकता । किंतु प्रोटोकॉल व सामान्य अनुक्रम नियोजन को देखें तो सरल उदाहरण प्रश्न है कि – क्या माननीय मंत्रियों की सूची में पूर्व पार्षद का नाम शामिल किया जाना उचित है ? बहरहाल जांच का विषय है कि घी में तेल और तेल में घी मिलाने का काम आखिर किसकी मजबूरी और किस के इशारे पर जारी है .?