Home MORE सहकारी समितियों ने शासन की ब्याज माफी योजना का बहिष्कार किया

सहकारी समितियों ने शासन की ब्याज माफी योजना का बहिष्कार किया

जिले की किसी भी सहकारी समिति में शासन के एजेंडा अनुसार नही हुआ शासन की ब्याज माफी योजना का शुभारंभ

सहकारी समिति कर्मचारी शासन से अपनी जायज माँगे मनवाने पर अड़िग

भोपाल में शासन से महासंघ की हुई 03 बार की वार्तालाप विफल

सतपुड़ा एक्सप्रेस सिवनी : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में ब्याज माफी योजना को दी गई जिसके तहत प्रदेश के 11 लाख से अधिक डिफाल्टर किसानों का 2123 करोड़ रुपये ब्याज माफी को मंजूरी केबिनेट में दी गई है।
इसी को लेकर शासन के एजेंडा अनुसार दिनाँक 14 मई 2023 दिन रविवार को दोपहर 03 बजे शासन की ब्याज माफी योजना का शुभारंभ होना था जिसका सहकारी समितियों द्वारा सभी 57 समितियों को बन्द रखकर बहिष्कार किया गया इसी कारण जिला प्रशासन द्वारा आनन फानन में बतौर औपचारिकता जिला सहकारी बैंक की शाखाओं में ब्याज माफी योजना का शुभारंभ कार्यक्रम रखा जो कि पूरी तरह फ्लॉप रहा। बीते 10 दिन से प्रदेश स्तरीय अनिश्चितकालीन हड़ताली कर्मचारियों द्वारा मध्यप्रदेश सहकारी समिति महासंघ के आह्वान पर शासन को अल्टीमेडम दे दिया है कि जब तक हमारी जायज 02 सूत्रीय माँगो को संतोषजनक निराकरण शासन द्वारा नही किया जाता तब तक हमारे द्वारा शासन की सबसे महत्वपूर्ण डिफॉल्टर किसानों की ब्याज माफी योजना के क्रियान्वयन में सहकारी समितियों द्वारा किसी प्रकार को कोई कार्य नही किया जावेंगा।

भोपाल में शासन के साथ 03 बार महासंघ की हुई वार्तालाप विफल :

मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ जिलाध्यक्ष वंशी ठाकुर द्वारा बताया गया कि मध्यप्रदेश सहकारी समिति महासंघ के आह्वान पर प्रदेश स्तरीय सहकारी समितियों द्वारा की जा रही अनिश्चितकालीन हड़ताली कर्मचारी अब अपनी माँगो को मनवाने हेतु अड़िग हो चुके है। जिससे शासन प्रशासन पूर्णतः दबाब व सदमें में है बीते दिवस भोपाल में शासन द्वारा सहकारी समिति महासंघ के पदाधिकारियों को बुलाकर माँगो के संबंध में वार्तालाप की गई परंतु शासन की शर्तो के मुताबिक आश्वासन के आधार पर महासंघ अपनी हड़ताल वापस लेकर काम पर लौटने के पक्ष में बिल्कुल नजर नही आया जिससे वार्तालाप पूर्णतः विफल हो गई। जब तक माँगे पूर्ण नही हो जाती तब तक जिले की कोई भी सहकारी समितियों द्वारा किसी प्रकार को कोई भी कार्य नही किया जावेंगा।