सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा/चौरई/अमरवाड़ा।गुलाबी गैंग मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की कमांडर एवं समाजसेवी श्रीमती पूर्णिमा वर्मा की गिरफ्तारी को लेकर विरोध तेज हो गया है। लोधी समाज चौरई, लोधी समाज अमरवाड़ा और जिला महिला कांग्रेस ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर उनकी बिना शर्त रिहाई की मांग की है।गिरफ्तारी को बताया असंवैधानिकज्ञापन में कहा गया कि श्रीमती पूर्णिमा वर्मा एक सशक्त, निर्भीक और निष्कलंक महिला कार्यकर्ता हैं, जो लंबे समय से महिलाओं के उत्थान, सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आंदोलन और शराबबंदी जैसे जनहित कार्यों में सक्रिय रही हैं।लेकिन 31 अगस्त 2025 को उन्हें छिंदवाड़ा कोतवाली पुलिस ने आधारहीन आरोपों के तहत उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वे अपनी निजी कार से घर लौट रही थीं।समाज ने इसे पूरी तरह असंवैधानिक और अन्यायपूर्ण बताया। आरोप है कि उन्हें बिना मेडिकल परीक्षण (एम.एल.सी.) के ही रातभर थाने में बैठाकर रखा गया, जबकि कानूनन किसी भी महिला को रात में थाने में नहीं रखा जा सकता। वहीं दिनांक 1/9/25 से नायब तहसील दार द्वारा राजस्व सालबेंसी की मांग कर जमानत नहीं दी जा रही है

समाज में आक्रोश, रिहाई की 6 प्रमुख मांगें लोधी समाज और महिला कांग्रेस ने ज्ञापन में कहा कि इस गिरफ्तारी से समाज की महिलाओं सहित नागरिकों में गहरा असंतोष है।

ज्ञापन में निम्न मांगें रखी गईं:1. पूर्णिमा वर्मा की शीघ्र एवं बिना शर्त रिहाई की जाए।2. उन पर लगाए गए झूठे प्रकरण तत्काल वापस लिए जाएं।3. महिलाओं की सुरक्षा और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आंदोलन को संरक्षण व प्रोत्साहन दिया जाए।4. गिरफ्तारी करने वाले पुलिस अधिकारी पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए।5. उन्हें रिहा न कर सालवेन्सी ₹50,000 की मांग करने वाले कार्यपालिक दंडाधिकारी की न्यायिक जांच कराई जाए।6. मानवाधिकार और संवैधानिक प्रावधानों के आधार पर स्वतः संज्ञान लेकर रिहाई सुनिश्चित की जाए।




चेतावनी : उग्र आंदोलन की तैयारी लोधी समाज संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि इन न्यायोचित मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो समाज को विवश होकर उग्र आंदोलन करना पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।