सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा/चौरई –मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के चौरई ब्लॉक अंतर्गत ग्राम बरेलीपार के एक शासकीय प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। “स्कूल चले हम” जैसे सर्व शिक्षा अभियान को मज़ाक बनाते हुए शिक्षकों ने स्कूल की छोटी बच्चियों से पढ़ाई के समय स्कूल की ड्रेस में ही झाड़ू और गोबर से पोछा लगवाया।सोमवार को घटित इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि छात्राएं स्कूल के कमरों में झाड़ू लगा रही हैं और हाथों से गोबर से पोछा कर रही हैं
— और यह सब शिक्षकों के निर्देश पर किया गया।हैरानी की बात यह रही कि जब इस कृत्य को कैमरे में कैद किया गया, तो स्कूल की शिक्षिकाओं ने शर्मिंदगी दिखाने की बजाय शिकायत करने की नसीहत दे डाली। यह रवैया शिक्षा जैसे पवित्र पेशे पर सवाल खड़े करता है।

ग्रामीणों की तीखी प्रतिक्रिया
ग्रामीणों ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि छात्राओं से जबरन सफाई करवाना न केवल उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है, बल्कि यह संविधान में दिए गए शिक्षा के अधिकार का भी उल्लंघन है। ग्रामीणों का सुझाव है कि यदि समाज सेवा सिखानी है, तो उसके लिए सप्ताह में एक दिन तय कर पर्यावरणीय गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता लाई जा सकती है, लेकिन पढ़ाई के समय ऐसा करवाना अनुचित है।प्रशासन से मांगअब यह घटना केवल बरेलीपार स्कूल की नहीं रही, बल्कि यह पूरे जिले की शिक्षा व्यवस्था की सच्चाई उजागर कर रही है। ग्रामीणों और अभिभावकों ने जिम्मेदार शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है और जिला शिक्षा अधिकारी से जांच की अपील की है।