मजदूरी की मांग को लेकर धरने पर बैठे मजदूर
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भले ही गरीब, किसान,मजदूर के कल्याण के लिए लाख जतन कर रहे है।लेकिन प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी उनके प्रयासों पर पानी फेर रहे है। मजदूर काम करने के बाद मजदूरी पाने भटक रहे है। वन विभाग के अधिकारी मजदूरों की मजदूरी पर डाका डाल रहे हैं।मजदूरी मांगने पर अधिकारी मजदूरों को आंख दिखा रहे है।मंगलवार से मजदूरों ने कलेक्ट्रेट में धरना देकर मजदूरी की मांग कर रहे हैं आज जिला प्रशासन द्वारा मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था भी की गई खबर लिखे जाने तक मजदूर कलेक्ट्रेट के सामने डटे हुए है। जिला प्रशासन की ओर से छिंदवाड़ा तहसीलदार अजय भूषण शुक्ला और कोतवाली थाना प्रभारी सुमेर सिंह जगेत सुबह से लगातार मजदूरों से बात कर रहे है।मजदूरों का कहना है कि हम कटनी से आए है।हमने गड्ढे खोदे है और लेंटाना काटा है। मजदूर जगदीश प्रसाद ने बताया कि 52 लोगो ने गड्ढे खोदने और लेंटाना सफाई का काम किया है।लेकिन मजदूरी नही दी जा रही।
चौरई रेंजर होरीलाल सनोडिया के मुताबिक मजदूरों ने कम दिन काम किया है और ज्यादा मजदूरी मांग रहे है।हम उनसे आधार कार्ड और खाता नम्बर मांग रहे वो नकद मांग रहे है। 171 मजदूरी बनती है वो 1113 मजदूरी मांग रहे है वही इस पूरे मामले में विभाग के एस डी ओ श्री सोलंकी का कहना है कि मजदूरों द्वारा चौरई वन परिक्षेत्र के सांख क्षेत्र में वृक्षारोपण के कार्य के लिए मजदूरी का कार्य किया है उनके द्वारा मांगी गई मजदूरी जायज नहीं है वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच टीम का गठन किया जा रहा है कार्य के भौतिक सत्यापन के उपरांत मजदूरों को उनकी मजदूरी दे दी जाएगी हमारे द्वारा लगातार मजदूरों से आधार कार्ड या अकाउंट नंबर मांगे जा रहे हैं वह उनके द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया है शीघ्र ही मजदूरों को उनकी मजदूरी दे दी जाएगी।दूसरे जिले के मजदूरों से मजदूरी की बात पर उनका कहना है कि डिप्टी रेंजर के द्वारा मजदूरों को कार्य पर लगाया गया था उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
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