सौंसर के रिधोरा टोला का मामला, विवेकवादी कार्यकर्ता ने की जांच पड़ताल
सतपुड़ा एक्सप्रेस सौंसर ।विकासखंड के ग्राम रिधोरा का घोघरा टोला इन दिनों अंधविश्वास की घटनाओं को लेकर चर्चा में है। टोला निवासी कुछ लोग रात में भूत-भूतनी, कुसरी माता देखने ओर रात में रोने की आवाज आने का दावा कर रहे है। कुछ महिलाएं यह भी कहने से नहीं हिचक रही है कि कुसरी माता उनके शरीर में आई थी। रात होते ही टोले के हर घर के दरवाजे बंद हो जाते है। आसपास के गांवों के लोग रात में इस टोले की तरफ आने से घबराते है।
जैसी अंधविश्वास की बातों की अपवाहे फैलाई जा रही है। क्या वास्तविकता में ऐसा हो रहा है, टोले से निकलकर आ रही भूतों की खबरों ओर फैलाई जा रही अफवाहों को जानने तर्कशील विचार समिति सौंसर (तविस) ने समविचारी संस्था संविधान बचाओ संघर्ष समिति रिधोरा और अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति सौंसर के कार्यकर्ताओं के साथ दो दिन पहले रात्रि में रिधोरा टोला पर पहुंचकर ग्रामीण महिला, पुरूष, युवक, युवति और उन लोगों से भेट की जिनकी और से अंधविश्वास की बाते निकलकर सामने आ रही थी। देर रात तक गांव में रूककर किए गए विश्लेषण में एक बात विषेश रूप से निकलकर सामने आई की कुछ लोग जानबुझकर अंधविश्वास फैलाकर अफवाहों को बढ़ावा दे रहे है ताकी इसी बहाने गांव में किसी तांत्रिक को बुलाकर अपने विरोधियों को निपटाया जा सके।

टोला ओर टोले से लगे जाम नदी के घोघरा घाट पर पहुंचकर किए विश्लेषण में विवेकवादी कार्यकर्ताओं ने बताया कि नवरात्रि के दौरान नियोजित रूप से कुसारी देवता देखने की बात फैलाई गई। तो दूसरी और यह भी बात सामने आई की इस अंधविश्वास में एक व्यक्ति विशेष को टार्गेट किया जा रहा है। टोले के कुछ जागरूक ग्रामीणों ने अंधविश्वास की घटनाओं को बेतुका बताया और इसे कुछ निश्चित लोगों द्वारा फैलाया जाना बताया। अंधविश्वास की अफवाहों को लेकर टोला चर्चा में बना हुआ है। टोले पर जांच के दौरान निलम खडसे, अभिजीत रंगारे, रोहित विश्वकर्मा , आशीष सोमकुंवर, विक्की तायवाडे तथा ग्रामीण उपस्थित थे।
क्या कहते है विश्लेषक
टोले को लेकर फैलाई जा रही अंधविश्वास की बाते बेतुकी है। लेकिन कुछ लोग इसे नियोजित रूप से चर्चा में रखने का प्रयास कर रहे है तथा सोशल मीडिया पर कुछ भ्रामक फोटो और वीडियो पोस्ट कर घोघरा में घाट किनारे जन्मदिन मनाना ओर फोटो को एडिट कर उसमें भूत दिखाना या हमला करना ये सब गलत जानकारी लगातार कुछ लोगों के माध्यम से फैलाई जा रही है अंधविश्वास फैलाने वाले लोगों ने इसे नहीं रोका तो उनके खिलाफ कार्यवाही की तैयारी की जाएगी।……..पीकेएस गुर्वे सचिव
तर्कशील विचार समिति संविधान के अनुच्छेद 51 (H) में स्पष्ट उल्लेख है कि समाज में अंधविश्वास फैलाना भी एक अपराध है। हमने देखा की टोले पर ऐसा कुछ नहीं है जैसा कि अंधविश्वास की अफवाहे फैलाई जा रही है कुछ लोग अंधविश्वास की खबरों के माध्यम से गांव को बदनाम करने ओर लोगों में डर फैलाने की कोशिश कर रहे है।……..अमोल रंगारे, अध्यक्ष
संविधान बचाओ संघर्ष समितिहमने टोले पर देखा कि कुछ लोग अंधविश्वास की खबरें फैलाकर अपना निजी हित पुरा करने का प्रयास कर रहे है। ऐसे लोगों की हमने सूची तैयार की है। ताकि अफवाहें नहीं रोकी गई तो कार्रवाई की जा सके। …..दिनकर पातुरकर, जिला संगठन अभा अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति