सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। जिला पंचायत कार्यालय में इस बार होली के बाद रंग पंचमी के दौरान कर्मचारियों ने नियमों को ताक पर रख दिया। वर्किंग आवर्स के दौरान ही जमकर रंग-गुलाल उड़ाया गया, जिससे सरकारी दस्तावेज, फर्नीचर और दफ्तर के कमरे पूरी तरह रंगों में रंग गए।
### **नियमों की अनदेखी** सरकारी कार्यालयों में काम के दौरान इस तरह के आयोजनों की अनुमति नहीं होती, लेकिन जिला पंचायत कार्यालय में कर्मचारियों ने खुलकर रंगों का आनंद लिया। वर्किंग आवर्स में ही पूरे दफ्तर में गुलाल और पानी से होली खेली गई, जिससे ऑफिस का माहौल पूरी तरह होलीमय हो गया।
### **फिल्मी गानों पर थिरके कर्मचारी** रंग-गुलाल उड़ाने के साथ ही कर्मचारियों ने फिल्मी गानों पर जमकर डांस भी किया। लाउड म्यूजिक के साथ दफ्तर में होली के गीत गूंजते रहे, और कई कर्मचारी काम छोड़कर नाचते-गाते नजर आए। सरकारी दफ्तर में इस तरह के नजारे से वहां आने वाले लोगों को भी हैरानी हुई।
### **दस्तावेजों और फर्नीचर पर पड़ा असर** होली खेलते समय कर्मचारियों ने इस बात की परवाह नहीं की कि दफ्तर में रखे महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज और फर्नीचर भी रंगों से खराब हो सकते हैं। कई फाइलें और जरूरी कागजात रंगों की चपेट में आ गए, जिससे प्रशासनिक कामकाज पर असर पड़ने की संभावना है।
### **जिम्मेदार सीईओ से नहीं हो सकी बात** इस पूरे मामले में जब जिला पंचायत के सीईओ से बात करने की कोशिश की गई, तो उनसे संपर्क नहीं हो सका। कार्यालय में अनुशासनहीनता की इस घटना पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
### **कार्रवाई का सवाल** अब सवाल यह उठता है कि क्या इस लापरवाही पर कोई कार्रवाई होगी? क्या प्रशासन इसे नजरअंदाज करेगा, या फिर संबंधित कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कदम उठाए जाएंगे? सरकारी कार्यालयों में अनुशासन और नियमों का पालन आवश्यक होता है, लेकिन इस तरह की घटनाएं प्रशासनिक सख्ती की जरूरत को दर्शाती हैं। अब देखना होगा कि इस मामले में जिला प्रशासन क्या रुख अपनाता है।