Home CITY NEWS विवांता में ईलाज नहीं, होती है लूट,दलित को भी नहीं बख्शा…

विवांता में ईलाज नहीं, होती है लूट,दलित को भी नहीं बख्शा…

आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी पीड़ित से वसूल कर लिए हजारों रुपए

सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा। बड़े-बड़े विज्ञापन और चमचमाते होटल के आकार के परासिया रोड में विवांता अस्पताल को देखकर अगर आप सोचते होंगे कि यहां बेहतर इलाज होता होगा तो आप धोखा खा जाएंगे, क्योंकि इस विवांता अस्पताल में इलाज नहीं बल्कि खुलेआम पीड़ितों से लूट की जाती है। यह हम नहीं खुद पीड़िता का कहना है किस तरह पीड़िता को विवांता अस्पताल के द्वारा लुटा गया है खुद पीड़िता ने मंगलवार को कलेक्टर से जनसुनवाई में इसकी शिकायत की है।

आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी जबरन हजारों रुपए लूटे।पीड़िता सुनीता भावरकर ने कलेक्टर से गुहार लगाते हुए बताया है कि उनके पति शंकरलाल भांवरकर उम्र 55 वर्ष को 26 नवम्बर 2024 को शाम 6 बजे सीने में दर्द हुआ तत्काल एक निजी अस्पताल छिन्दवाडा में लेकर गए हृदयाघात होने के कारण प्रारम्भिक जांच के बाद उन्होंने किसी बड़े हास्पिटल में दिखाने को बोले तब मैंने विवान्ता हास्पिटल परासिया रोड छिन्दवाडा में ले गई ।मैंने हास्पिटल में पति का आयुष्मान कार्ड दिखाई उन्होंने भर्ती करके बोले 50000/ से 75000/ नगदी जमा करने को बोले नहीं तो बाहर निकलने की धमकी दिए हमने बोले आयुष्मान कार्ड है तो बोले बहुत सारी दवाई का पैसा अलग से लगता है अगर नागपुर जाओगे तो ढाई तीन लाख खर्चा आएगा उनके द्वारा डराने पर मेरे बेटे अमरदीप भावरकर ने फ़ाइल बनाने के 500/ तत्काल अपने खाते से हास्पिटल के नंबर पर 500/ फिर 9500/ ट्रांसफर किये और राशी जमा करने को बोलने पर अटेंडर विनोद कुमार श्रीवास के खाते में 30,000/ online ट्रांसफर किये रात को 12 बजे फिर पैसा मांगे तब 10,000/ 12.02 बजे ट्रांसफर किये फिर से रुपये मांगने पर 28 नवम्बर को दोपहर 1.16 बजे 8000/ ट्रांसफर किये इसके बाद 12000/ नगदी दिया ।

छुट्टी के समय सी.डी., बिल एवं रसीद मांगने पर इनकार कर दिए छु‌ट्टी के समय दवाई उनकी फार्मेसी से खरीदने के लिए बोले महंगी होने के कारण मैंने उसे बाजार से खरीदी जबकि ये दवाई मुझे हास्पिटल से ही मिलना चाहिए था। मुझे हास्पिटल के डाक्टरों द्वारा बहुत डराया धमकाया गया, जबरन पैसा लिया गया जो नियम विरुद्ध है इनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की हरकत दुवारा न कर सके। मेरे से जबरन लिए गए 70,000 / भी तत्काल वापस दिलाने का कष्ट कीजिये जो दवाई के 3000/ लगे तो भी दिलाये जाए ।

प्रधानमंत्री की मंशा पर लगा रहे पलीता,दलित पर भी अत्याचार।गरीबों को आसानी से अच्छा इलाज मिल सके इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाकर 5 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त करने का वादा किया है । जिस भी निजी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड के तहत इलाज किया जाता है उसका पूरा भुगतान सरकार के द्वारा उस अस्पताल को कर दिया जाता है लेकिन छिंदवाड़ा के विवांता अस्पताल ने प्रधानमंत्री की मंशा पर पलीता लगाना शुरू कर दिया है दलित परिवार तक को इस अस्पताल प्रबंधन में नहीं बख्शा और उनसे जबरन पैसे वसूल लिए।

इलाज के नाम पर पहले भी विवादों में रह चुका है विवांता।कोरोना काल के समय में गुरैया रोड में खुली इस लूट की दुकान की कमाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पहले तो कोविड के नाम पर वसूली करने के कई आरोप लगे उसके बाद परासिया रोड में होटलनुमा चमचमाती बिल्डिंग छिंदवाड़ा जिले के गरीबों को लूट कर बना लिया गया। ऐसा नहीं है कि यह पहला मामला है जब विवांता अस्पताल के खिलाफ किसी ने शिकायत की है इसके पहले भी कई मामलों में इस अस्पताल के चर्चे आम रहे हैं। पीड़ित गरीब परिवार को जिले के संवेदनशील कलेक्टर शीलेंद्र सिंह से काफी उम्मीद है कि उनके साथ न्याय होगा।