उपमुख्यमंत्री द्वारा आउटसोर्स कर्मियों को निकालने की दी गई धमकी के विरोध में आंदोलन शुरू
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स अस्थाई कर्मचारी मोर्चा के आव्हान पर उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्लाजी द्वारा रीवा मेडीकल के आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ की गई बदजुवानी के खिलाफ एवं रीवा मेडीकल से निकाले गए पांच कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर छिंदवाड़ा जिले के आउटसोर्स कर्मचारियों ने भी काली पट्टी बांधकर आंदोलन में एकजुटता व्यक्त की। मेडीकल में शबनम अली, अस्पताल में शरद पंत की अगुआई में आंदोलन शुरू हुआ, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा शामिल हुए। छिंदवाड़ा सहित प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में आंदोलन का असर रहा।
आउटसोर्स मोर्चा के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने बताया कि उपमुख्यमंत्री के बयान से कर्मचारियों में भारी आक्रोश है, रीवा के पांच कर्मचारियों की बर्खास्तगी ने आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारियों के गुस्से को कई गुना बढा दिया है जो काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराने के अभियान में दिखाई दिया, कर्मचारी स्वत: आंदोलन से जुड रहे हैं और सोशल मीडिया पर काली पट्टी बांधकर काम करते हुए फोटू डाल रहे हैं।मोर्चा के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने बताया कि दिवाली से पूर्व वेतन एवं बोनस देने का आदेश सरकार का था, जिस पर आउटसोर्स कंपनियों ने अमल नहीं किया, वेतन और बोनस की मांग को लेकर रीवा में आंदोलन हुआ, एजाईल कंपनी की मनमानी के कारण बात बिगड़ी और उसने उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्लाजी को भी गुमराह किया और मंत्रीजी ने कर्मचारियों की बात सुने बिना कंपनी के कहे अनुसार बयान दे दिया, जिसका नतीजा है कि आज प्रदेश के लाखों आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारी आंदोलन के रास्ते पर चल पडे हैं, शर्मा ने उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्लाजी से निकाले गए कर्मचारियों की सेवा बहाल कराने एवं कंपनी प्रबंधन की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की हैं, काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराने का अभियान 27 नवंबर को भी जारी रहेगा, बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली नहीं हुई तो 1 दिसंबर को उपमुख्यमंत्री के रीवा निवास पर उपवास किया जाएगा।