सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।मेट्रो सिटी के अस्पतालों में ही अच्छा इलाज होता है इन सब भ्रांतियों को तोड़ते हुऎ छिंदवाड़ा का क्लारिस हॉस्पिटल नए-नए इतिहास लिख रहा है। क्लेरिस हॉस्पिटल को चालू हुए अभी कुछ दिन हुए हैं मगर इसकी प्रसिद्धि दूर-दूर तक पहुंच रही है। नागपुर जैसी मेडिकल की मंडी को छोड़कर लोग उससे लगे छिंदवाड़ा में इलाज कराने के लिए आने लगे है। यही नहीं वहां से भी कम खर्च में अच्छी चिकित्सा सेवा उन्हें उपलब्ध हो रही है। हुआ यूं कि परासिया रोड स्थित क्लेरिस अस्पताल मे नागपुर की नौ माह की एक बच्ची को स्वस्थ कर उसके परिजन मुस्कुराते हुए लौटे वह भी नागपुर से अच्छी सुविधा एवं 10 गुना कम खर्चे में। अब क्लेरिस अस्पताल की ख्याति नागपुर तक पहुंच चुकी है और अब नागपुर के मरीज अपनी बीमारियों का इलाज कराने छिन्दवाड़ा के क्लेरिस अस्पताल पहुंच रहे है।
बता दे कि नागपुर के पागलखाना चौक के पास के निवासी अर्सलानअकील की 9 माह की बेटी गर्म दूध से लगभग 50 प्रतिशत झुलस गई थी।परिजन नागपुर में डाक्टरों के यहां उन्होनें शुरू में इलाज कराया लेकिन उन्हें संतुष्टि नहीं मिली। एक नामी अस्पताल ने । इस बच्ची के इलाज के लिए दस दिनों की 9 लाख की भारी भरकम फीस बताई। इस बीच उनके किसी परिचित ने छिन्दवाड़ा के क्लेरिस अस्पताल के बारे में जानकारी दी। अपने रिश्तदार परवेज आजमी से अस्पताल की जानकारी ली और उसके बाद बच्ची को लेकर क्लेरिस हॉस्पिटल पहुँचे। यहां विशेषज्ञ सर्जन मनन गोगिया और चाईल्ड रोग विशेषज्ञ जसप्रीत कौर ने बच्ची के इलाज की जवाबदारी ली और 10 दिनों में बच्ची को पूरी तरह स्वस्थ कर दिया। क्लेरिस हास्पिटल में सिर्फ 75 हजार रुपए में ही हो गया। शनिवार को बच्ची के परिजन डा गोगिया और उनकी टीम को धन्यवाद देते हुए खुशी- खुशी नागपुर के लिए रवाना हो गए।