देशभर के 16 साइक्लिस्ट होंगे शामिल07 जुलाई को पचमढ़ी में होगा समापन, तीन दिन में छिंदवाड़ा एवं नर्मदापुरम जिले में 200 किलोमीटर का करेंगे भ्रमण सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा/ / मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा साइकिल सफारी के सहयोग से टूर-डी सतपुड़ा 2024 का आयोजन 05 जुलाई से किया जा रहा है। देश एवं विदेश के 16 साइक्लिस्ट छिंदवाड़ा और नर्मदापुरम जिले में 200 किलोमीटर तक का रोमांचक सफर तय करेंगे, जिसका समापन 07 जुलाई को पचमढ़ी में होगा।
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग और प्रबंध संचालक म.प्र. टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि छिंदवाड़ा से शुरू होने वाली सफारी में साइक्लिस्ट को प्राकृतिक सौंदर्य के बीच चुनौतीपूर्ण चढ़ाई का सामना करना होगा। सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाओं के मनोरम गंतव्यों के अलावा उन्हें ग्रामीण जीवन व संस्कृति देखने का मौका भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि टूर-डी सतपुड़ा के माध्यम से हम लोगों को प्रदेश की ऑफबीट डेस्टिनेशन्स में मौजूद सुंदर परिदृश्य, वन्य जीवन और सांस्कृतिक विरासत से अवगत कराना चाहते हैं।
साइकिल सफारी के आयोजन का उद्देश्य मध्यप्रदेश को एडवेंचर टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने के साथ ही क्षेत्र के समग्र विकास को बढ़ावा देना है। छिंदवाड़ा, पातालकोट, तामिया, पचमढ़ी को साइक्लिंग कम्युनिटी के मध्य लोकप्रिय भी बनाना है, जिससे इस मार्ग पर नियमित रूप से साइक्लिंग गतिविधि संचालित हो सके। टूरिज्म बोर्ड के ज्वॉइंट डायरेक्टर डॉ.एस.के. श्रीवास्तव ने बताया कि सभी प्रतिभागी 04 जुलाई को केम्प में पहुंच जाएंगे, जहां उनकी ब्रीफिंग होगी। इसका प्रमुख उद्देश्य रोमांच लवर्स एवं फिटनेस के प्रति उत्साही लोगों को आकर्षित करते हुए एडवेंचर टूरिज्म के रूप में साइकिलिंग को बढ़ावा देना, पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन प्रथाओं को प्रोत्साहित करना एवं पर्यटकों को स्थानीय समुदायों के साथ बातचीत करने, उनकी संस्कृति के बारे में जानने और पारंपरिक गतिविधियों में भाग लेने के अवसर प्रदान करना है ।
यह है रूट – साइक्लिस्ट 05 जुलाई को 62 कि.मी. की दूरी तय कर होटल देव इंटरनेशनल छिंदवाड़ा- पलटवाड़ा-छिंदी-पातालकोट केंप पहुंचेंगे, 06 जुलाई को 54 कि.मी. की दूरी तय कर लेट्स केम्प पातालकोट- कारेआम-चिमटीपुर से वापस केंप पहुंचेंगे एवं 07 जुलाई को 100 कि.मी. की दूरी तय कर लेट्स केम्प पातालकोट-तामिया-मटकुली-एमपीटी होटल हाईलैंड पचमढ़ी पहुंचेंगे।