सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा -जनजाति कार्य विभाग द्वारा संचालित कन्या शिक्षा परिसर स्थित आवासी कॉलोनी में अवैध तरीके से निवास करते हुए बच्चियों का इलाज करने वाला झोलाछाप डॉक्टर दरअसल में नगर निगम में सफाई कर्मी है वहीं सूत्रों की माने तो वहां रह रहे दोनों सफाई कर्मी शहर में कभी किसी को सफाई करते नहीं दिखते वर्षों से बिना कार्य किए ही नगर निगम से बकायदा पेमेंट ले रहे हैं उक्त दोनों कर्मचारी सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का कहावत को चरितार्थ करने में लगे हैं नगर निगम के एक डीजल पेट्रोल के घोटाले के अधिकारी अपने भाई भाभी के नाम पर सफाई कर्मी में दर्ज करवा कर सालों से नगर निगम को चूना लगा रहे और भाई लोगों की जान से खिलवाड़ करता है 12वीं पास ना होते हुए छात्रावास में बच्चों का इलाज कर रहा वही देखा जाए तो यह वही अधिकारी है जो नगर निगम में एवजदारी में मुख्य सफाई कर्मी के बदले कम पैसे में दूसरे लेबर से पूरे नगर निगम क्षेत्र में कर्मचारियों से काम करवा रहे हैं और सफाई कर्मी घर में बैठकर आराम कर रहे हैं
वही इस मामले में कमिश्नर नगर निगम राहुल सिंह जांच करवाने की बात कह रहे हैं तो दूसरी ओर आयुक्त जनजाति कार्य विभाग सत्येंद्र मरकाम का कहना है कि मकान आवंटन की जांच करवाएंगे अगर अपन आवंटन गलत तरीके से हुआ होगा तो दोषी कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी और विभाग से बाहर का कोई व्यक्ति वहां निवास कर रहा है तो उसे वहां से भगाया जाएगा साथ ही झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवाने के मामले में उनका कहना है कि अधीक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा