Home CITY NEWS श्रमण संस्कृति संस्कार शिक्षण शिविर का हुआ शुभारंभ

श्रमण संस्कृति संस्कार शिक्षण शिविर का हुआ शुभारंभ

परम पूज्य आर्यिका सिद्ध श्री माताजी ने दिया मंगलमयी आशीर्वाद

सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा :- परमपूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी की स्मृति में अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर निर्यापक मुनि पुंगव सुधा सागर जी महाराज के आशीर्वाद से संचालित श्री दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति न्यास सांगानेर जयपुर के प्रशिक्षित विद्वानों के मार्गदर्शन में दिनांक 10 मई से 19 मई तक आयोजित धार्मिक शिक्षण शिविर का उद्घाटन कार्यक्रम आज आचार्य विभव सागर जी महाराज की शिष्य आर्यिका 105 सिद्ध श्री माता जी ससंग के सानिध्य में श्री आदिनाथ जैन मंदिर गुलाबरा के प्रांगण में संपन्न हुआ।

इस अवसर परमंगलाचरण, चित्र अनावरण , दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम अतिथियों के द्वारा किया गया।इस अवसर पर आयोजित धर्म सभा को संबोधित करते हुए आर्यिका सिद्धश्री माताजी ने कहा कि सबसे बड़ा दान ज्ञान दान है जो भव भावांतर तक काम आता है, निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी महाराज द्वारा स्थापित श्री दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान की पाठशाला में बच्चे धर्म की शिक्षा प्राप्त कर जो ज्ञान अर्जित कर रहे है वो इस प्रकार के शिविर के माध्यम से लोगो को इसका शिक्षण दे रहे हैं, अब आपका भी ये कर्तव्य है की सही समय पर इन कक्षाओं में उपस्थित होकर अपने जीवन को सही मार्ग पर लगाकर इसको सार्थक करें।

मंगल कलश स्थापना और शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य बाबूलाल जी पाटोदी परिवार ने प्राप्त किया। सकल दिगंबर जैन महासभा ने आमंत्रित विद्वत सम्मान किया।शिविर का महत्व पंडित सुनील शास्त्री जी बताया, अध्यक्ष राजेंद्र पाटोदी, अशोक वैद्य, प्रमोद पाटनी अभय जैन, आलोक जैन, शैलेंद्र जैन, महामंत्री पंकज पाटनी, अशोक बाकलीवाल, जितेंद्र वैद्य, विशाल जैन, राजेश पाटनी सहित समस्त पदाधिकारियों ने शिविरथियो को सामग्री बांटी , संचालन राजकुमार जैन ने किया। कार्यक्रम समापन पर अक्षय तृतीया के अवसर पर डॉ गोधा परिवार द्वारा सभी को गन्ने का रस का वितरण किया गया ।

शिविर विद्या निकेतन स्कूल में प्रातः 9 से 9:45 तथा शाम को 8 से 8:45 बजे तक लगेगा। दोपहर में 3 से 4:00 बजे तक गुलाबरा मंदिर प्रांगण में आर्यिका सिद्धश्री माता जी द्वारा सामूहिक कक्षा लगेगी। आयोजक सकल दिगंबर जैन महासभा छिंदवाड़ा और सकल जैन समाज छिंदवाड़ा ने सभी साधर्मियो से अधिक से अधिक संख्या में शिविर में सम्मिलित होकर धर्म लाभ प्राप्त करने की अपील की है।