प्रेम के प्रतीक गोटमार मेले को प्रेम व सद्भाव के साथ मनाया जाये- कलेक्टर श्री पुष्प
गोटमार मेला आयोजन के संबंध में पांढुर्णा में शांति समिति बैठक संपन्न
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा/ कलेक्टर श्री मनोज पुष्प ने कहा कि गोटमार मेला प्रेम का प्रतीक है और इस मेले को प्रेम व सद्भाव के साथ मनाया जाये। इस मेले में व्यक्ति एक-दूसरे पर गोट मारते हैं । जिस प्रकार राधा व कृष्ण प्रेम से एक-दूसरे को छोटे-छोटे कंकररूपी गोट मारकर अपना प्रेम भाव व्यक्त करते हैं जिसमें किसी को चोट नहीं लगती, उसी प्रकार गोटमार मेले में छोटे-छोटे कंकररूपी गोट मारकर खेल भावना से इस खेल को खेलें। नवाचार करते हुये इस परंपरागत विश्व प्रसिध्द मेले को देखने आने वाले लोगों के लिये इसे एक पर्यटन केन्द्र के रूप में भी विकसित करें जिससे यह गोटमार मेला नये आयामों तक पहुंच सके । कलेक्टर श्री पुष्प आज नगरपालिका पांढुर्णा के इंदिरा मंगल भवन में गोटमार मेला आयोजन के संबंध में आयोजित शांति समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे । इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री विनायक वर्मा भी विशेष रूप से उपस्थित थे । बैठक में क्षेत्रीय विधायक श्री नीलेश उईके, नगरपालिका पांढुर्णा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, जनपद पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, एसडीएम श्री आर.आर.पांडे, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी, जिला खनिज अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री नितिन बिजवे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत श्री ललित चौधरी, अन्य जिला व विकासखंड स्तरीय अधिकारी, गोटमार मेला शांति समिति के सदस्य, गणमान्य नागरिक और पत्रकारगण उपस्थित थे ।

कलेक्टर श्री पुष्प ने कहा कि गोटमार मेला परंपरागत मेला है और इसे हर्ष व उल्लास के साथ प्रेम पूर्वक मनाया जाना चाहिये, किन्तु इस मेले के स्वरूप में आंशिक परिवर्तन के संबंध में भी विचार किया जाना चाहिये । बहुत से परंपरागत मेले जैसे इंदौर की गैर आदि वर्ल्ड हेरीटेज में शामिल हो चुकी है तथा इस मेले को भी वर्ल्ड हेरीटेज के अंतर्गत पर्यटकों के लिये आकर्षण योग्य बनाया जाना चाहिये जिससे दर्शकों की संख्या बढ़ेगी और दर्शक इस मेले का अच्छी तरह से आनंद ले सकेंगे । इस कार्य में जिला प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा । उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से घायलों के तत्काल इलाज की पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था करने के साथ ही आवागमन व अन्य व्यवस्थायें समुचित रूप से की जायेंगी । उन्होंने पांढुर्णावासियों को पांढुर्णा को जिला बनने की प्रक्रिया प्रारंभ होने की बधाई देने के साथ ही पोला और गोटमार मेले की बधाई भी दी। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री वर्मा ने कहा कि परंपरागत गोटमार मेला के लिये पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की जायेगी । गोफन चलाने वालों पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जायेगी। गोटमार मेला में शामिल होने वाले खिलाडी प्रशासन द्वारा जारी की गई गाइडलाईन का पालन करें और इस मेले को सफल बनाने में प्रशासन को सहयोग प्रदान करें।

बैठक में क्षेत्रीय विधायक श्री उईके ने कहा कि सदियों से चले आ रहे गोटमार मेले का आयोजन परम्परागत आस्था के साथ किया जाये और प्रशासन को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाये । बैठक में गोटमार मेला के शांतिपूर्ण आयोजन पर नागरिकों के सुझाव भी लिये गये । इसमें नागरिक श्री नीरज दुबे ने कहा कि मेले में प्रयास यह किया जाये कि दुर्घटनायें कम हों। नशे के ज्यादा उपयोग से खिलाड़ी चोटिल ना हों और ज्यादा से ज्यादा असामाजिक तत्वों के कार्यों को रोका जाये।श्री सुनील बुधराजा ने पांढुर्णा को जिला बनाये जाने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री और म.प्र शासन का आभार व्यक्त करते हुये और जनभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुये इसका अतिशीघ्र क्रियान्वयन करने की अपील की। साथ ही सुझाव दिया कि ऐतिहासिक गोटमार मेले में शराबियों पर कार्यवाही की जाये ताकि चोटिल कम हों, यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त किया जाये और गोफन पूर्णतः प्रतिबंधित की जाये। श्री लोचन खवसे ने कहा कि गोटमार मेले में सिविल अस्पताल पांढुर्णा में एक्स-रे की फिल्मों की पर्याप्त व्यवस्था की जाये । श्री भूषण केवटे ने कहा कि गोटमार मेला विश्व प्रसिद्ध है। गोटमार मेले में स्वास्थ्य व्यवस्था के अन्तर्गत राधाकृष्ण वार्ड की आंगनवाडी में अस्थाई स्वास्थ्य केन्द्र खोला जाकर चिकित्सकों की ड्यूटी लगायी जाये ।

डॉ.रामभाउ मेटांगले ने कहा कि गोटमार मेला विश्व प्रसिद्ध है जो पांढुर्णा की आन, बान व शान है। इसको बंद करने के प्रयास किये गये हैं, किन्तु यह निरंतर चालू है। उन्होंने गोटमार मेले के सबंध में विस्तार से कथात्मक जानकारी देते हुये अपील की कि पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग और नगरपालिका द्वारा की गई व्यवस्थाओं में सभी लोग सहयोग करें । शराब तथा गोफन का प्रयोग नहीं किया जाये तथा पुलिस विभाग द्वारा बाहर से आने वाले लोगों को परेशान नहीं किया जाये । श्री सचिन कावले ने कहा कि गोटमार मेले में गंभीर रूप से घायल खिलाड़ियों को एंबुलैंस से मेडिकल कैम्प तक पहुंचाने के लिये पृथक से मार्ग का निर्धारण किया जाये । श्रीमती वैशाली महाले ने कहा कि गोटमार मेला शहर की शान है। इसका एरिया छोटा किया जाये ताकि कम लोग घायल हों और दर्शकों को पर्याप्त एरिया मिल सके। श्री सुरेश खोडे ने कहा कि मेले में ड्रोन कैमरे की अतिरिक्त व्यवस्था की जाये और मुख्य चौराहों पर आज से ही पुलिस बल की तैनाती की जाये। श्री प्रशांत गायधने ने कहा कि राधाकृष्ण वार्ड की मुख्य दो गलियों में अतिक्रमण किये जाने से एम्बुलेस नहीं पहुंच पाती है, इसलिये अतिक्रमण हटाया जाये । श्री सचिन बुवाडे ने भी अपने विचार व्यक्त किये । अंत में अध्यक्ष नगरपालिका श्री संदीप घाटोडे ने आभार व्यक्त किया ।
प्रशासनिक अधिकारियों को दिये दिशा निर्देश- गोटमार मेला के संबंध में शांति समिति की बैठक के बाद कलेक्टर श्री मनोज पुष्प और पुलिस अधीक्षक श्री विनायक वर्मा ने आज नगरपालिका पांढुर्णा के सभाकक्ष में गोटमार मेले के संबंध में जिला और विकासखंड स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली तथा विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये । उन्होंने गोटमार मेला शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिये मेला स्थल की साफ-सफाई व्यवस्था एवं पेयजल, फायर ब्रिगेड की उपलब्धता, पत्थरों तथा अवैध शराब का परिवहन रोकने चेकपोस्ट की स्थापना एवं प्रत्येक चेकपोस्ट पर दल प्रभारी की नियुक्ति, बाजार व्यवस्थापन, गोटमार खिलाडियों के प्राथमिक उपचार के लिये चिकित्सा कैंप लगाने एवं विशेष रूप से सावरगांव क्षेत्र में चिकित्सा व्यवस्था का विस्तार करने, दिनांक 13 से 15 सितंबर तक की अवधि के लिये विश्राम गृह पूर्ण रूप से आरक्षित रखने और गोटमार मेले के दिन कानून एवं शांति व्यवस्था के दृष्टिगत प्रत्येक महत्वपूर्ण घटना की वीडियोग्राफी कराने आदि की प्रशासनिक व्यवस्था करने के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया एवं सौंपे गये दायित्वों को समयावधि में सुचारू रूप से संपादित करने के निर्देश दिये गये ।
मेला स्थल का निरीक्षण– गोटमार मेला के संबंध में शांति समिति और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक के बाद कलेक्टर श्री पुष्प और पुलिस अधीक्षक श्री वर्मा ने मेला स्थल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने श्री राम मंदिर स्थित मेले के व्यू पॉइंट, सावरगांव और पांढुर्णा के मध्य बने पुल व झंडा स्थल, सामुदायिक भवन, चंडी माता मंदिर के पूजा स्थल आदि का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा निर्देश दिये ।