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अखिल भारतीय बाघ आकलन 2026: पेंच टाइगर रिज़र्व से शुरू हुआ विश्व का सबसे बड़ा वन्यजीव सर्वेक्षण

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सतपुड़ा एक्सप्रेस सिवनी (म.प्र.)।भारत सरकार के बाघ संरक्षण अभियान के तहत ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन (AITE) 2026 की तैयारी की शुरुआत मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिज़र्व से हुई। इसके लिए तीन दिवसीय ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स रीजनल वर्कशॉप का सफल आयोजन 15 से 17 सितम्बर तक किया गया। इस ऐतिहासिक कार्यशाला में झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के विभिन्न स्तरों के लगभग 150 अधिकारी व विशेषज्ञ शामिल हुए।

यह कार्यशाला नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) और वाइल्ड लाइफ़ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (WII) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई।

—पहले दिन (15 सितम्बर)डॉक्यूमेंट्री “एक नई सहर” का प्रदर्शन और फिल्म “बाघ रक्षक – साइलेंट वॉरियर्स ऑफ पेंच” का टीज़र लॉन्च।टाइगर संरक्षण, को-प्रिडेटर व प्रे प्रजातियों तथा उनके आवास की मॉनिटरिंग पर सत्र।फील्ड सेशन में प्रतिभागियों को M-STrIPES एप, GPS, रेंज फाइंडर, कम्पास, मैप रीडिंग और बाइनोकुलर के उपयोग का प्रशिक्षण।जेनेटिक सैम्पलिंग के लिए ऑक्यूपेंसी सैम्पलिंग और स्कैट कलेक्शन प्रोटोकॉल पर चर्चा।

—दूसरे दिन (16 सितम्बर)सुबह का सत्र बाघ संरक्षण के उन्नत तरीकों को समर्पित।आवास एवं शिकार प्रजातियों की मॉनिटरिंग से जुड़े पहलुओं पर चर्चा।दोपहर में विशेषज्ञों ने कैमरा ट्रैप तकनीक (Phase 2), डेटा प्रोसेसिंग और सैम्पलिंग डिज़ाइन पर प्रशिक्षण दिया।

—तीसरे दिन (17 सितम्बर)फील्ड प्रैक्टिकल में प्रतिभागियों ने लाइन ट्रांसेक्ट विधि से शाकाहारी जीवों की गणना, वनस्पति व आवास का मूल्यांकन और मानव गतिविधियों से होने वाले व्यवधान का अध्ययन किया।डेटा विश्लेषण सॉफ्टवेयर का तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया ताकि AITE 2026 के दौरान डेटा संग्रहण और मूल्यांकन पारदर्शी और वैज्ञानिक हो।दोपहर में राज्य-स्तरीय सैम्पलिंग डिज़ाइन पर विस्तृत विमर्श।

—समापन सत्रश्री हेमंत पांडे (NTCA) ने WII के ज्ञान-साझाकरण की सराहना की और प्रतिभागियों से फील्ड स्तर पर इसे लागू करने का आग्रह किया।श्री एल. कृष्णमूर्ति, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव), भोपाल ने डेटा संग्रहण में ईमानदारी और गुणवत्ता बनाए रखने पर बल दिया।श्री देवप्रसाद जे., फील्ड डायरेक्टर पेंच टाइगर रिज़र्व ने आयोजन की सफलता पर सभी का आभार जताया।श्री रजनीश कुमार सिंह, उप संचालक पेंच टाइगर रिज़र्व ने NTCA और WII के मार्गदर्शन एवं सहयोगी संस्थाओं का धन्यवाद किया और पेंच टीम की सराहना की।

—महत्व इस प्रशिक्षण के बाद अब ये ट्रेनर्स अपने-अपने क्षेत्रों में फील्ड स्टाफ को प्रशिक्षित करेंगे और 2026 में होने वाले अखिल भारतीय बाघ आकलन में आवश्यक डेटा संग्रहण कर भारत के बाघ संरक्षण अभियान को मजबूती प्रदान करेंगे।-

–👉 यह आयोजन भारत के वन्यजीव संरक्षण इतिहास में एक अहम पड़ाव है, जिससे बाघों की सटीक गणना, आवास संरक्षण और जैव विविधता के सतत विकास को नई दिशा मिलेगी।

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