सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा/जुन्नारदेव। कांग्रेस विधायक सुनील उइके ने प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई को अनैतिक, अन्यायपूर्ण और राजनीतिक द्वेषपूर्ण बताया है। प्रेस वार्ता में उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि प्रशासन उनकी इमारत को अतिक्रमण बताकर तोड़ने की कार्रवाई कर रहा है, जबकि सभी अनुमति नियमित और वैध तरीके से प्राप्त की गई हैं। गौरतलब है कि आज विधायक के परासिया स्थिति शॉपिंग माल के एक पिछले हिस्से को नगर पालिका द्वारा तोड़ा गया है परासिया छिंदवाड़ा मेन रोड में बने जुन्नरदेव कांग्रेसी विधायक का शॉपिंग मॉल के पीछे किया गया अतिक्रमण को प्रशासन ने तोड़ दिया। जिसका विरोध कांग्रेसी नेताओं ने परासिया नगर पालिका सीएमओ को माला पहनाकर और मॉल के सामने धरना कर नारे लगाते हुए अपना विरोध किया। विगत दिनों कांग्रेसियो द्वारा जिले में खाद औऱ आदिवासियों की जमीनों को लेकर विशाल आंदोलन किया गया था जिसमे जुन्नरदेव विधायक सुनील उइके द्वारा जिला कलेक्टर औऱ सांसद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर नारे लगाए गये थे । जिसके परिणाम स्वरूप जुन्नरदेव विधायक के शॉपिंग मॉल के पीछे किये गए 11वाय 66 फिट अतिक्रमण को आज प्रशासन ने तोड़ दिया।
विधायक ने रखे ये प्रमुख बिंदु –
1. नाला प्रोटेक्शन की दीवार पर विवाद विधायक उइके ने कहा कि जिस हिस्से को अतिक्रमण बताया जा रहा है, वह केवल नाला प्रोटेक्शन की दीवार है, पूरी बिल्डिंग नहीं।
2. किसान आंदोलन का असर उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई इसलिए की जा रही है क्योंकि हाल ही में उन्होंने किसान आंदोलन प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। उन्होंने आदिवासियों की जमीनों की बंदरबांट के आरोप लगाए थे, जो पूरी तरह तथ्यात्मक हैं।
3. आदिवासियों के लिए संघर्ष जारी रहेगा उइके ने कहा कि यदि आदिवासियों की आवाज उठाने के कारण प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई करता है, तो वह स्वागत योग्य है। “प्रशासन चाहे तो पूरी बिल्डिंग गिरा दे, फिर भी मैं आदिवासियों पर जारी अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाता रहूंगा।”
4. भाजपा नेताओं पर भी कार्रवाई की मांग विधायक ने घोषणा की कि आने वाले समय में वे भाजपा नेताओं द्वारा कब्जाई गई शासकीय जमीनों और अवैध निर्माणों के साक्ष्य प्रशासन को सौंपेंगे। “मेरी अपेक्षा है कि तब प्रशासन उन्हीं पर भी वैसी ही कार्रवाई करे, जैसी आज मेरे ऊपर की जा रही है।”
5. कलेक्टर पर पक्षपात का आरोप उइके ने कहा कि जिला कलेक्टर भाजपा का कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं। वे भाजपा कार्यक्रमों में शामिल होते हैं और भू माफिया के जमीन कारोबार को संरक्षण देते हैं। “नेता प्रतिपक्ष भी उनकी कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं।”
6. कमलनाथ-नकुलनाथ के सिपाही हैं उइके विधायक ने साफ कहा कि वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और नकुलनाथ के सच्चे सिपाही हैं और किसी भी दबाव से डरने वाले नहीं हैं। “यदि भाजपा नेताओं की अवैध जमीनों और निर्माणों पर कार्रवाई नहीं होती है, तो कांग्रेस पार्टी पुनः उग्र आंदोलन करेगी।”