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अमरवाड़ा: कौन समझेगा किसानों का दर्द दो बोरी यूरिया के लिए 3:00 बजे रात से लाइन लगा रहे किसान

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100 गांव के किसानों को अमरवाड़ा बुलाने का औचित्य क्या है सेवा सहकारी समीति केन्द्रों मे नगद विक्री क्यों नहीं



सतपुड़ा एक्सप्रेस अमरवाड़ा (रिपोर्ट आलोक सूर्यवंशी): जैसा कि सर्व विदित है कि ग्रामीण क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए सेवा सहकारी समिति मर्यादित केंद्रो को पूर्व से ही खाद्य वितरण करने का अधिकार प्राप्त है जहां से किसान आकार अपनी आवश्यकता के अनुसार जमीन के क्षेत्रफल के अनुसार आधार ऑथेंटिकेशन के माध्यम से खाद प्राप्त करते चले आ रहे हैं
पिछले दो सप्ताह से खाद की कमी के चलते संपूर्ण क्षेत्र में खाद की कमी को लेकर किसानों के बीच में आक्रोश उत्पन्न हुआ जिसके परिणाम स्वरूप चक्का जाम जैसी घटना लगातार अमरवाड़ा में हुई खाद की व्यवस्था बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन के द्वारा नगद बिक्री केंद्र के माध्यम से कृषि उपज मंडी अमरवाड़ा और हिवरासनी गोदाम से नगद खाद विक्रय की जा रही है जिसमें हर्रई और अमरवाड़ा क्षेत्र के लगभग 100 से अधिक ग्रामों के किसान अमरवाड़ा खाद लेने के लिए पहुंच रहे हैं जिससे बहुत भारी भीड़ खाद लेने के लिए एकत्रित हो रही है अत्यधिक भीड़ होने के कारण दोनों नगद बिक्री केंद्र में रात के 3:00 बजे से किसान आकार लाइन लग रहा है और 10-10 घंटे लाइन लगाने के बाद दो बोरी यूरिया पाकर शासन प्रशासन की व्यवस्था से नाराज है

किसानों की मांग

किसानों की एक ही मांग जब आवश्यकता के अनुरूप खाद नहीं दी जा रही है सिर्फ दो बोरी खाद में क्या होगा किसान को उसके रकबा के अनुसार एक एकड़ में दो बोरी की दर से तो खाद मिलना चाहिए था किसान कितने दिन दो दो बोरी के लिए लाइन लगाकर अपने रकबा और आवश्यकता के अनुसार खाद प्राप्त करेंगे


सभी सहकारी समिति के केंद्रों में क्यों नहीं किया जा रहा है नगद खाद वितरण


सेवा सहकारी समिति के खाद वितरण केंद्रों के माध्यम से एवं स्थानीय लाइसेंसधारी खाद विक्रय के दुकानदारों की चेन पूरे अमरवाड़ा क्षेत्र में फैली हुई है जिनके माध्यम से बहुत आसानी से खाद का वितरण किया जा सकता है और व्यवस्थित जमीन के हिसाब से निर्धारित खाद आधार बायोमैट्रिक सिस्टम के द्वारा जारी की जा सकती है किंतु किसानों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन के द्वारा सभी सेवा सहकारी समिति मर्यादित केंद्रों में क्षेत्र वार पर्याप्त खाद भेज कर नगद बिक्री हेतु क्यों नहीं शुरू किया जा रहे हैं
जिला अधिकारी द्वारा पूर्व में ही बताया जा चुका है कि किसान यूरिया खाद के लिए परेशान न हो 10000 मेट्रिक टन यूरिया जिले में आना है सभी किसानों को जरूरत के अनुसार खाद उपलब्ध कराई जाएगी किंतु अमरवाड़ा में केवल दो बोरी यूरिया मिलने से किसानों में बहुत आक्रोश है एवं किसान यही मांग कर रहे हैं की समस्त क्षेत्रीय सहकारी समिति में भी नगद बिक्री केंद्र शुरू किए जाएं ताकि हम हमारे स्थानीय केन्द्रों से सुविधाजनक तरीके से खाद प्राप्त कर सकें

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