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छिंदवाड़ा:1करोड़ 86लाख की सात सड़कों के संधारण कार्य में जी एम की लापरवाही से ग्रामीण परेशान

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सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा (म.प्र.) – पैकेज नंबर MP07PT054 अंतर्गत 7 ग्रामीण सड़कों के संधारण कार्य में बड़े स्तर पर अनियमितताएं सामने आई हैं। 7 सड़कों का कार्य शामिल था।इस परियोजना का अनुबंध अन्नपूर्णा ट्रेडर्स, सारणी (जिला बैतूल) को 01 अक्टूबर 2020 से 30 अक्टूबर 2025 तक की अवधि के लिए सौंपा गया था। अनुबंध में स्पष्ट शर्तें होने के बावजूद कार्य आज दिनांक तक पूर्ण नहीं किया गया है। नियमों के अनुसार यदि प्रथम भाग(पार्ट-1) का कार्य पूर्ण नहीं होता है, तो संबंधित कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जा सकता और संधारण कार्यों का भुगतान नहीं किया जाना चाहिए था।

बीटी रिन्युअल कार्य हुआ नहीं, फिर भी फर्जी निरीक्षण से बता रहे डामर सड़क मैं एक भी गड्ढे नहीं है जबकि इससे विपरीत परिस्थितियों सड़क की हो चुकी है यदि सड़क में गड्ढे नहीं थे तो कार्य आदेशजारी क्यों किया गया02 दिसंबर 2022 को जारी कार्य आदेश (क्रमांक /2233/तक/म.प्र.ग्रा.स.वि.प्रा.1/2022/) के तहत 66% बी.टी. रिन्युअल कार्य पार्ट-3 के अंतर्गत किया जाना था, किंतु ठेकेदार ने यह कार्य नहीं किया।

आरोप है कि सहायक प्रबंधक एवं महा प्रबंधक कविता पटवा की मिलीभगत से यह अधूरा कार्य वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह कर सड़के मोटरेबल बताई जा रही है।

स्थानांतरण के बाद भी जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं

जब स्थानीय ग्रामीणों, पत्रकारों और जनप्रतिनिधियों द्वारा इसकी शिकायतें की गईं, तब सिर्फ सहायक प्रबंधक मनीष कुमार साहू का छिंदवाड़ा इकाई-2 से कटनी स्थानांतरण कर औपचारिक कार्रवाई की गई (आदेश क्रमांक /7326/ स्थापना/2025, भोपाल दिनांक 17/06/2025)। परंतु ठेकेदार एवं मुख्य जिम्मेदार महाप्रबंधक श्रीमती कविता पटवा के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस सड़क की पूर्व में भी प्रधानमंत्री कार्यालय सहित अन्य जगह शिकायत की गई थी जिसमे जिम्मेदार अधिकारियों के नाम उजागर किया गया था उक्त शिकायत में भी जांच प्रतिवेदन भी जीएम द्वारा उन्हीं अधिकारियों से बनवाकर भोपाल भेज दिया गया है जिनके नाम से मिलीभगत के आरोप शिकायत में लगाए गए थे सूत्रों की माने तो जांच प्रतिवेदन में सड़कों को अच्छी स्थिति में बताया गया जबकि सड़के बदहाल है।

सड़कें बदहाल, ग्रामीणों को भारी परेशानी ग्रामीणों ने बताया कि इन सड़कों पर घास व झाड़ियों की कटिंग, रेडकट सुधार, सोल्डर संधारण, पाट होल एवं क्रैक रिपेयर, नालियों, पुल-पुलियाओं एवं रोड फर्नीचर का संधारण नहीं किया गया है। बीटी रिन्युअल कार्य भी अधूरा है, जिससे सड़कें जर्जर हो चुकी हैं और आवागमन में भारी दिक्कत हो रही है।शासन को आर्थिक नुकसान, कार्रवाई की मांगस्थानीय नागरिकों का आरोप है कि बिना कार्य पूर्ण किए ही ठेकेदार ने विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी भुगतान प्राप्त कर शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है।

ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले में उचित जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे और विकास कार्यों की गुणवत्ता बनी रहे।

गौरतलब है कि जिले की अन्य सड़क जिन में ठेकेदारों द्वारा संधारण कार्य में अनियमित बरती जा रही है उन्हें टर्मिनेट किया जा रहा है यह कार्यवाही भी दिखावे के लिए जी एम द्वारा 1-2 ठेकेदारों पर की गई जिले भर में प्रधानमंत्री सड़क योजना की सड़कों के बुरे हाल हैं बिछुआ पैकेज MP07PT054 में जी एम की मेहरबानी कई संदेहों को जन्म दे रही हैं।

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