सतपुड़ा एक्सप्रेस तामिया (छिंदवाड़ा) – तामिया जनपद की मीठी गली में बन रही पुलिया में भारी अनियमितताओं का मामला सामने आया है। निर्माण कार्य में पीसीसी कंक्रीट की जगह केवल गिट्टी डाली जा रही है, जिससे इसकी गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
#*बिना मानकों के हो रहा निर्माण कार्य स्थानीय पंचायत द्वारा स्वीकृत इस पुलिया निर्माण की लागत 15 लाख रुपये निर्धारित है, जिसे पांचवें राज्य वित्त आयोग के तहत मंजूरी दी गई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पंचायत के प्रभारी सचिव ने यह निर्माण एक अघोषित ठेकेदार को दे दिया है। मजदूरों को रोजगार देने के बजाय जेसीबी मशीन और फ्यूरी मशीन से निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिससे श्रमिकों का हक मारा जा रहा है।
गुणवत्ता के साथ समझौता -खुदाई मात्र खानापूर्ति**: पुलिया के फाउंडेशन के लिए खुदाई केवल औपचारिकता के लिए की गई है। –
**गिट्टी में कम सीमेंट, अधिक रेत**: निर्माण सामग्री के मानकों को नजरअंदाज कर 1:2:4 के निर्धारित अनुपात के बजाय गिट्टी में रेत अधिक और सीमेंट कम मिलाया जा रहा है।
– **निर्माण कार्य शुरू होने से पहले ही भुगतान**: भ्रष्टाचार की हद यह है कि निर्माण कार्य शुरू होने से पहले ही लाखों रुपये का भुगतान कर दिया गया। पंचायत कर्मियों की मिलीभगत तामिया जनपद में भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं है। कुछ समय पहले एक पंचायत सचिव का ट्रैक्टर रेत चोरी में पकड़ा गया था। पंचायत सचिव और ठेकेदार की सांठगांठ से किए जा रहे इस फर्जीवाड़े में महिला सरपंच की अज्ञानता का फायदा उठाया जा रहा है। पंचायत पोर्टल पर भुगतान के विवरण से भी गड़बड़ियों की पुष्टि होती है।
### **जिम्मेदारों का बयान**
**संतोष मांडलिक, सीईओ जनपद पंचायत तामिया** – “मुझे जानकारी मिली है, जल्द ही स्थल निरीक्षण कर उपयंत्री को आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे।”
**ममता ठाकुर, उपयंत्री तामिया** – “निर्माण स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”
जांच से खुल सकता है बड़ा घोटाला अगर पुलिया निर्माण की गहन जांच की जाए, तो यह छोटे निर्माण में बड़े भ्रष्टाचार का मामला साबित हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि संबंधित विभाग इस मामले को गंभीरता से लेकर उचित कार्रवाई करे। –