ट्रेजरी विभाग को कैसे मिली क्लीन चिट,पिछली जांच में दो बाबू को किया था निलंबित
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।जिले में बहुचर्चित शिक्षा विभाग के गवन कांड में बीते दिनों 16 दोषियों पर जिला प्रशासन के द्वारा एफ आई आर दर्ज कराई गई है वहीं कुछ माह पूर्व भी मोहखेड विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में गबन के मामले में आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है सूत्रों की माने तो विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय जुन्नारदेव में हुए गवन के मामले में जिला कोषालय की भूमिका भी संदिग्ध है गवन कांड के लपेटे में आए लोगों से जुड़े सूत्रों ने अनौपचारिक तौर पर बताया कि ट्रेजरी विभाग के कंप्यूटर से ही गबन की घटनाओं को अंजाम दिया गया था। आईपी एड्रेस से दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है इन सब बातों में क्या सत्यता है यह तो जांच का विषय है।
वही पूरी प्रक्रिया की बात करें तो भुगतान अधिकारी द्वारा बिल जनरेट किया जाता है जो कि सर्वर के माध्यम से ट्रेजरी कार्यालय में दिखाई देने के बाद कोषालय विभाग द्वारा जांच के उपरांत संबंधित के खातों में राशि का भुगतान किया जाता है वहीं जुन्नारदेव से जुड़े गवन के कुछ प्रकरणों में ट्रेजरी विभाग के कंप्यूटर से ही बिल जनरेट किया गया और आहरण सम वितरण अधिकारी की ओटीपी से बिलों को पास किया गया कई माह चली जांच में ट्रेजरी विभाग को क्लीन चिट कई संदेशों को जन्म दे रही है। सूत्र यह भी बताते हैं कि छिंदवाड़ा ट्रेजरी के कर्मचारियों ने फोन पर गूगल पे के माध्यम से राशि अपने खातों में ली है जिस की जांच की जा सकती है।इस संबंध में जिला कोषलय अधिकारी से संपर्क करने उनके मोबाइल पर फोन लगाया गया परंतु उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।