सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।जिला पांढुर्णा के सौसर क्षेत्र के किसानों द्वारा किये गये ग्रीष्मकालीन ज्वार के नवाचार को उप संचालक कृषि एवं कृषि वैज्ञानिकों ने देखा।ग्रीष्मकालीन ज्वार का रकबा 05 हेक्टेयर से 500 हेक्टेयर तक पहॅुचा। दिनांक 26.05.2024 को उप संचालक कृषि जितेन्द्र कुमार सिंह, डीन उद्यानिकी महाविद्यालय एवं सह संचालक ऑचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र चंदनगांव डॉ. विजय पराडकर, कृषि वैज्ञानिक सुन्दरलाल अलावा द्वारा सौसर क्षेत्र के ग्राम गुजरखेडी के कृषक सीके सहस्त्रबुद्धे एवं पंधराखेडी मे कृषक राजेन्द्र पराडकर द्वारा किये गये ग्रीष्मकालीन ज्वार के नवाचार को देखा एवं किसानों से चर्चा की। साथ ही जोबनी में किसानों द्वारा बोई गई ग्रीष्मकालीन ज्वार एवं मूॅगफल्ली को देखा एवं किसानों से चर्चा की गई।
विगत वर्ष नवाचार के रूप में 5 हेक्टैयर मे ग्रीष्मकालीन ज्वार किसानों द्वारा लगाई गई थी। ग्रीष्मकालीन ज्वार के फायदे को देखते हुए इस वर्ष सौसर क्षेत्र के लगभग 1000 किसानों द्वारा लगभग 500 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र मे ग्रीष्मकालीन ज्वार किस्म हायटेक 3206 लगाई गई हैं। इस नवाचार को सौसर क्षेत्र के किसान बहुत पसंद कर रहे हैं।
ग्रीष्मकालीन मूॅगफल्ली मे लागत अधिक एवं उत्पादन कम होने के कारण, मजदूरों की समस्या के कारण किसानों का रूझान ज्वार की तरफ अधिक बढा एवं किसानों ने ज्वार फसल मे अधिक रूचि ली। ज्वार श्री अन्न फसल है, इसका पौष्टिक मूल्य अच्छा होता हैं। आम तौर पर ज्चार की फसल खरीफ सीजन में ली जाती है, लेकिन अनियमित बारिष के कारण ज्वार के दाने काले होने या उत्पादन मे कमी होने की संभावना रहती हैं। लेकिन ग्रीष्मकालीन ज्वार से किसान 20 से 25 क्विटल प्रति एकड औसत उत्पादन प्राप्त कर रहे है, जिससे किसान प्रति एकड 50000/- रूपये का शुद्ध लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
भ्रमण के दौरान वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी सौसर श्री योगेष भलावी, कृषि विस्तार अधिकारी श्री निरंजन पवार, श्री दिलीप परतेती, बीटीएम श्री सुभाष साहू, एटीएम श्री पंकज पराडकर एवं कृषक श्री अनिल पराडकर, श्री मनोज हिगवे, श्री देवराव पराडकर, श्री गणेष गोटे, हायटेक बीज कंपनी के प्रतिनिधि, अर्द्धनारीष्वर फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लि. के प्रतिनधि एवं प्रगतिषील कृषक उपस्थित रहे।