13 तारीख को आदेश 14 तारीख को मीटिंग 15 तारीख को कारण बताओं नोटिस इतनी फास्ट सर्विस
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा ।तानाशाही आदेश जारी करने के लिए विख्यात जनजातीय कार्य विभाग अन्तर्गत विकास खण्ड हर्रई के बीईओ प्रकाश कलम्बे ने एक ओर तानाशाही आदेश जारी किया है। जिसमें बिना आदेश दिए दिनांक 15/05/2024 को सीएसी सुरलाखापा द्वारा जनशिक्षा केन्द्र के ग्रुप में 4.00 बजे कारण बताओ नोटिश जारी कर दिया गया है जिसमे शिक्षकों पर 14/05/2024 बैठक में अनुपस्थित रहने कारण बताया गया है जबकि 15/05/2024 को आनन फानन में संकुल से रात्री 1100 बजे आदेश ग्रुप में प्रसारित किया गया जबकि इस आदेश में भी 14/05/2024 की बैठक का समय स्थान एव दिनाक का कहीं कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
कार्य प्रगति पर प्रतिकूल प्रभाव पडने, लापरवाही बरतने, अनुशासनात्मक कार्यवाही के प्रस्ताव सक्षम अधिकारी को प्रेषित किए जावेगे एवं इस हेतु आप स्वतः उत्तरदायी माने जायेंगे आदि धमकीभरे तानाशाही आदेश लेने के लिए दबाब बनाया जा रहा है। प्रतिलिपि में कलेक्टर महादय जनजातीय कार्य विभाग जिला छिन्दवाडा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अमरवाडा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत हर्रई एवं संबंधित सकूल प्राचार्य / जनशिक्षक कारण बताओ सूचना पत्र तामिल कराकर विकासवखण्ड शिक्षा अधिकारी हर्रई कार्यालय को प्राप्ति अभिस्वीकृति प्रेषित करने को आदेशित किया गया है। बिना आदेश तामिल करवाये बीआरसी हर्रई के बीएसी कैलाश मर्शकोले भी आदेश फालोअप करने का दबाव शिक्षकों पर लगा रहे है।
कारण बताओ सूचना श्री समीर नदी संविदा शिक्षक 3 को भी दिया गया है जो दो साल के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण सस्था छिन्दवाड़ा में शासकीय अध्यापन कर रहे है। इसके अलावा
तुगलकी फरमान में जिन शिक्षको की ड्यूटी लगाई गई हैं उन्हें अपने मुख्यालय से 50 से 80 किलोमीटर दूर लगाया गया है। जैसे विजय डेहरिया माध्य शिक्षक मोरखा संकुल सुरलाखापा में पदस्थ है इनकी ड्यूटी चिलक लगाई गई है जो इनके मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर है।
मध्यप्रदेश के राज्यपाल के नाम से तथा आदेशानुसार उप सचिव म.प्र.शासन स्कूल शिक्षा विभाग भोपाल दिनाक 11/03/2024 के आदेशानुसार शिक्षकों के लिए 01 मई से 31 मई 2024 तक अवकाश घोषित किया गया है।
इस प्रकार बीईओ हर्रई प्रकाश कलम्बे द्वारा माननीय राज्यपाल के आदेश को दरकिनार करते हुए तुगलकी फरमान जारी किया गया है। सर्वविदित है कि सीएसी के माध्यम से बीईओ सभी आदेश तामिल कराते है। जिसका सभी शिक्षकों द्वारा विराध किया जा रहा है।