सेन्ट्रल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान इमलीखेड़ा छिन्दवाड़ा में 13 दिवसीय जूट निर्माण उद्यमी के प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा/ / कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के मुख्य आतिथ्य में आज सेन्ट्रल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (सेंट आरसेटी) इमलीखेड़ा छिन्दवाड़ा में 13 दिवसीय जूट निर्माण उद्यमी के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से छिन्दवाड़ा जिले के सभी विकासखंडों से ग्रामीण क्षेत्र की 35 महिला प्रतिभागी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहभागिता कर रही हैं। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पार्थ जैसवाल, जिला परियोजना प्रबंधक एनआरएलएम रेखा अहिरवार, अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक अजय कुमार तथा जिला प्रबंधक (कौशल) सुक्कन कुमार कवडे उपस्थित थे ।
कलेक्टर श्री सिंह द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत में सर सोराबजी पोचखानावाला की फोटो पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्जवलन किया गया। अग्रणी जिला प्रबंधक द्वारा पुष्प गुच्छ प्रदान कर कलेक्टर श्री सिंह का स्वागत किया गया तथा आरसेटी निदेशक अरविन्द कुमार द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी का पुष्प गुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कलेक्टर श्री सिंह ने सभी प्रतिभागियों से बातचीत की और समूह में चल रही गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। अलग-अलग तरह की गतिविधियों के बारे में जानने के बाद उन्होंने सभी प्रतिभागियों को मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि गाँव के लोगों के पास जमीन भी ज्यादा होती है और वे मेहनत भी ज्यादा करते हैं, लेकिन फिर भी शहर के लोग ज्यादा पैसा कमाते हैं। इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी काम को पूरी लगन और मेहनत से करने के साथ ही स्मार्ट वर्क करने पर सफलता जरूर मिलती है। बहुत सारे काम एक साथ करने से अच्छा है कि एक या दो काम को ज्यादा अच्छे से सीखें और करें। सफलता तभी मिलेगी जब एक ही काम को मन लगाकर लम्बे समय तक करते रहें। कोई भी नया काम करते हैं, तो बहुत ज्यादा छोटे रूप में ना करें, काम इतना करें कि आपको अच्छी आमदनी मिल सके। किसी भी प्रकार का काम सीखकर उसे छोड़ना नहीं है, करते रहना है तब ही सफलता मिलेगी। जब तक खतरा नहीं उठाएंगे तब तक सफलता नहीं मिलेगी। अपने अन्दर आत्मविश्वास पैदा करें कि हम ये काम कर सकते हैं। महिलाएं किसी से कम नहीं हैं, महिलाएं शक्ति का स्वरूप हैं और हर काम कर सकती हैं।
कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने पूरे संस्थान का भ्रमण किया एवं प्रतिभागियों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली और मार्गदर्शन प्रदान किया। भ्रमण के बाद संस्था प्रांगण में कलेक्टर श्री सिंह एवं सीईओ जिला पंचायत जैसवाल द्वारा पौध रोपण भी किया गया। शुभारंभ कार्यक्रम में सीईओ जिला पंचायत श्री जैसवाल द्वारा सभी प्रतिभागियों को मार्गदर्शन दिया गया कि वे कैसे इस नए तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठाकर जूट से बनने वाली विभिन्न प्रकार की चीजों को बनाना सीखकर इसे अपनी आजीविका का माध्यम बना सकते है और अपनी आय में वृद्धि कर सकते है । उन्होंने प्रशिक्षण में बताई जा रही सभी चीजों को अच्छे से और ध्यान से सीखने के लिए सभी प्रतिभागियों को कहा एवं प्रशिक्षण के लिए अग्रिम शुभकामनायें दी।
प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए रतलाम जिले से आई हुई डी.एस.टी. सेंट्रल बैंक रतलाम मास्टर ट्रेनर जूट प्रोडक्ट श्रीमती नाहिद नकवी ने सभी अतिथियों को एवं प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के दौरान की जाने वाली गतिविधियों के बारे में बताया और जूट से कौन-कौन से उत्पाद बनाये जा सकते हैं, इसके बारे में जानकारी दी । संस्था निदेशक द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों को संक्षिप्त जानकारी प्रदान की गई। अग्रणी जिला प्रबंधक द्वारा सभी प्रतिभागियों को संबोधित किया गया एवं प्रशिक्षण के लिए शुभकामनायें प्रदान की गई ।
कार्यक्रम में आरसेटी के निदेशक अरविन्द कुमार, संकाय प्रथम सौरभ पटेल, संकाय द्वितीय दुर्गेश कुमार ठाकुर, कार्यालय सहायक सोनम साहू एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे । अंत में संस्था निदेशक द्वारा सभी अतिथियों का संस्था में पधारने के लिए आभार व्यक्त किया गया।