बसंत पंचमी शिक्षा ,साक्षरता,विद्या,और विनय का पर्व है
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा : अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के संरक्षण में गायत्री शक्तिपीठ मधुवन कालोनी छिंदवाड़ा में 5 कुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रातः10 बजे कार्यक्रम का संचालन श्रीमती नंदनी अड़लक, श्रीमती कैकई पहाड़े, श्रीमती संध्या अड़लक की टोली द्वारा संपन्न हुआ। बसंत पंचमी पर परम पूज्य गुरुदेव का अध्यात्मिक जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है सभी ने यज्ञ नारायण भगवान को आहुतियां समर्पित कर विश्व कल्याण की कामना से आहुतियां समर्पित किया गया।
इस अवसर पर अरूण पराड़कर द्वारा पर्व का विवेचन में बताया की बसंत पंचमी शिक्षा ,साक्षरता,विद्या,और विनय का पर्व है। कला,विविध गुण,विद्या की साधना को बढ़ाने उन्हें प्रोत्साहित करने का पर्व है बसंत पंचमी मनुष्य के सांसारिक व्यक्त जीवन का सौंदर्य ,मधुरता, उसकी सुव्यवस्था में सब विद्या शिक्षा ,गुणों के ऊपर ही निर्भर करते हैं । अशिक्षित गुणहीन, कलाहीन व्यक्ति को हमारे यहां पशु तुल्य माना गया है। इसलिए हम अपनी जीवन बिताएं वसंत पंचमी इसी को की प्रेरणा का त्यौहार है । बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजन साक्षरता और विद्या के लिए वाद्य यंत्र पूजन कला संगीत की साधना तथा अपने हृदय को मधुर भावनाओं से ओतप्रोत एवं तरंगित बनाने के लिए, मयूर पूजन मधुर भाषण तथा प्रसन्नता दाई व्यवहार के लिए, वसंत पूजन जीवन को पुष्पवत ,सुंदर ,खिलता हुआ, उल्लासमय बनाने के लिए, फूल पूजन जीवन को मधुर एवं नम्रता युक्त बनाने के लिए किया जाता है।

इस तरह इस पुण्य पर्व पर हम शिक्षा विद्या साक्षरता कला आदि के माध्यम से जीवन को सुव्यवस्थित सुंदर आनंद में बनाने का व्रत लेते हैं,प्रेरणा ग्रहण करते हैं साथ ही परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी का आध्यात्मिक जन्म दिवस के रूप में भी इस दिन को मनाया जाता है इसी दिन से गायत्री परिवार की गतिविधियों का गुरुदेव के द्वारा शुभारंभ हुआ है अखंड ज्योति संस्थान ,ब्रह्मवर्चस व संस्थान शांतिकुंज की स्थापना एवं अन्य सभी श्रेष्ठ कार्य गुरुदेव ने बसंत पंचमी के दिन ही प्रारंभ किया था इसलिए यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है हम सबके जीवन में बसंती बहार आए इस भाव के साथ सभी गायत्री परिवार के साधकों के द्वारा इस पर्व को धूमधाम से हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर दीक्षा संस्कार
,पुंसवन संस्कार , विद्यारंभ संस्कार,संपन्न हुऐ कार्यक्रम के समापन पर सभी परिजनों ने मातृशक्ति अखण्ड दीप जन्मशताब्दी श्रद्धा संवर्धन रथ यात्रा की टोलीयो का उपवस्त्र तिलक लगाकर सम्मान जिला समन्वयक श्री दिनेश देशमुख जी, गायत्री परिवार के प्रमुख ट्रस्टी शिवनारायण साहू, विकास खंड समन्वयक श्री रमेश श्रीवती द्वारा किया गया । सभी साधकों का आभार व्यक्त कर शुभकामनाएं दी गई। सुबह से संध्या तक मंदिर में दर्शन का क्रम चलता रहा।















