प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत आवेदन आमंत्रित
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाडा :राज्य शासन द्वारा केन्द्र सरकार की पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों की सहायता के लिये लागू की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक आवेदकों को लाभान्वित करने के निर्देश दिये गये हैं । इस योजना के अंतर्गत पहले चरण में एक लाख रुपये तक और दूसरे चरण में 2 लाख रुपये तक की सहायता केवल 5 प्रतिशत की ब्याज दर पर मिल सकेगी। योजना के अंतर्गत कौशल विकास प्रशिक्षण, टूलकिट लाभ, डिजिटल लेन-देन के लिये इंसेंटिव और मार्केटिंग सपोर्ट मिलेगा । योजना के अंतर्गत 18 पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया गया है जिसमें पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को लाभ मिलेगा और शिल्पकारों व कारीगरों को प्रमाणपत्र और आईडीकार्ड के माध्यम से पहचान मिलेगी । कलेक्टर श्री मनोज पुष्प द्वारा जिले के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों से इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की गई है । योजना से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए कारीगर या शिल्पकार 18002677777 पर कॉल कर सकते हैं या pmvishwakarma@dcmsme.gov.in पर ई मेल कर सकते हैं।
कलेक्टर श्री पुष्प ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य, लाभ, मापदंड, मुख्य विशेषताओं और पात्रता के बारे में विस्तार से बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिये पंजीकरण की तिथि पर लाभार्थी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
पीएम विश्वकर्मा योजना की मुख्य विशेषताएं-कलेक्टर श्री पुष्प ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर 2023 को इस केंद्रीय पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू की है, जिसका उद्देश्य अपने हाथों और औजारों की मदद से काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को शुरू से अंत तक सहायता प्रदान करना है।
योजना में शामिल व्यवसाय- पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ 18 तरह के व्यवसायों में लगे कारीगर और शिल्पकार उठा सकते हैं। इन व्यवसायों में कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राज मिस्त्री, डलिया, चटाई व झाडू बनाने वाले, पारंपरिक गुड़िया व खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी, मछली का जाल बनाने वाले आदि कारीगरों और शिल्पकारों को शामिल किया गया है।
योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को मिलने वाला लाभ-पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ प्रदान करने की एक व्यवस्था बनाई गई है।
पहला लाभ पहचान: पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड के माध्यम से कारीगरों और शिल्पकारों की पहचान बनाई जायेगी।
दूसरा लाभ कौशल उन्नयन: 500 रुपये प्रतिदिन के वजीफे के साथ 5 से 7 दिनों का बुनियादी प्रशिक्षण और 15 दिनों या उससे अधिक का उन्नत प्रशिक्षण दिया जायेगा।
तीसरा लाभ टूलकिट प्रोत्साहन: बुनियादी कौशल प्रशिक्षण की शुरुआत में ई-वाउचर के रूप में 15,000 रुपये तक का टूलकिट प्रोत्साहन दिया जायेगा।
चौथा लाभ कर्ज सहायताः बिना कुछ गिरवी रखे ‘उद्यम विकास ऋण’ के रूप में 3 लाख रुपए तक का ऋण, एक लाख रूपये और 2 लाख रुपए की दो किश्तों में क्रमशः 18 महीने और 30 महीने की अवधि के लिए 5 प्रतिशत निर्धारित रियायती ब्याज दर पर भारत सरकार द्वारा 8 प्रतिशत की सीमा तक छूट के साथ प्रदान किया जाएगा। जिन लाभार्थियों ने बुनियादी प्रशिक्षण पूरा कर लिया है, वे एक लाख रुपये तक की ऋण सहायता की पहली किश्त का लाभ उठाने के पात्र होंगे। दूसरी ऋण किश्त उन लाभार्थियों के लिए उपलब्ध होगी जिन्होंने पहली किश्त का लाभ उठाया है और एक मानक ऋण खाता बनाए रखा है एवं अपने व्यवसाय में डिजिटल लेनदेन को अपनाया है या उन्नत प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
पांचवा लाभ डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहनः प्रत्येक डिजिटल भुगतान या रसीद के लिए प्रति डिजिटल लेनदेन एक रुपये की राशि के हिसाब से अधिकतम 100 लेनदेन मासिक तक लाभार्थी के खाते में जमा किया जाएगा।
छठवां लाभ विपणन सहायताः मूल्य श्रृंखला से जुड़ाव में सुधार के लिए कारीगरों और शिल्पकारों को गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग, जीईएम जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर मौजूदगी, विज्ञापन, प्रचार और अन्य विपणन गतिविधियों के रूप में विपणन सहायता प्रदान की जाएगी। इन लाभों के अलावा यह योजना लाभार्थियों को औपचारिक एमएसएमई परितंत्र में उद्यमियों’ के रूप में उद्यम असिस्ट प्लेटफॉर्म पर शामिल करेगी।
योजना में नामांकन प्रक्रिया-लाभार्थियों का नामांकन पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर आधार-आधारित बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के साथ सामान्य सेवा केंद्रों (सी.एस.सी.)के माध्यम से किया जाएगा। लाभार्थियों के नामांकन के बाद तीन चरणों में सत्यापन किया जाएगा जिसमें पहला ग्राम पंचायत/यूएलबी स्तर पर सत्यापन, दूसरा जिला कार्यान्वयन समिति द्वारा जांच और सिफारिश तथा तीसरा स्क्रीनिंग समिति द्वारा अनुमोदन शामिल होगा।