आम नागरिक घर बैठे कर सकते हैं विभिन्न करों और फीस का भुगतान
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाडा – देश के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के योगदान के रूप में कोषालय की वर्तमान एकीकृत वित्तीय प्रबंधन सूचना प्रणाली (आई.एफ.एम.आई.एस.) के स्थान पर आधुनिक तकनीकी नवाचारों को शामिल करते हुए फेसलैस, कैशलेस, पेपरलैस एवं कॉन्टैक्टलैस वित्तीय संव्यवहारों को लागू करते हुए कोषालय म.प्र.शासन वित्त विभाग द्वारा आई.एफ.एम.आई.एस. नेक्स्ट जेन का विकास किया जा रहा है। कोषालय द्वारा आम नागरिकों एवं शासन के सभी विभागों को विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जिनमें साइबर ट्रेजरी व आधार आधारित भुगतान प्रणाली आदि शामिल हैं। सोमवार 16 जनवरी 2023 से ई-कुबेर भुगतान प्रणाली भी लागू कर दी गई है। ई-साइन द्वारा बिल पास करने का कार्य भी सभी आहरण संवितरण अधिकारियों द्वारा एक सप्ताह के अंदर शुरू हो जायेगा जिसकी प्रक्रिया जारी है। यह जानकारी आज जिला कोषालय अधिकारी श्री अरूण वर्मा द्वारा कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कोषालय म.प्र.शासन वित्त विभाग द्वारा आई.एफ.एम.आई.एस. नेक्स्ट जेन के विकास के संबंध में सभी आहरण संवितरण अधिकारियों के लिए आयोजित ओरियंटेशन कार्यशाला के दौरान दी गई। कलेक्टर श्रीमती पटले ने आम नागरिकों के लिए साइबर ट्रेजरी के माध्यम से उपलब्ध कराई गई सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं।
जिला कोषालय अधिकारी ने बताया कि साइबर ट्रेजरी के मध्यम से आम नागरिक राज्य के विभिन्न करों एवं फीस को अपने घर बैठे जमा कर सकते हैं। साइबर ट्रेजरी के माध्यम से भुगतान के सभी विकल्प जैसे इंटरनेट बैंकिग, डेबिट, क्रेडिट कार्ड एवं यू.पी.आई. आदि के प्रयोग की सुविधा भी प्रदान की गई है । उन्होंने बताया कि कोषालय द्वारा सभी हितग्राहियों को भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में ई-भुगतान के माध्यम से वर्ष 2010 से किया जा रहा है। ई-भुगतान प्रणाली को और प्रभावी बनाते हुए अब हितग्राहियों को बैंक खाते के साथ-साथ आधार आधारित भुगतान भी संभव किया गया है । इस व्यवस्था से दोहरे लाभ को चिन्हित कर सही हितग्राही की पहचान होगी तथा भुगतान वास्तविक हितग्राही को ही सुनिश्चित होगा। एकीकृत वित्तीय प्रबंधन सूचना प्रणाली (आई.एफ.एम.आई.एस.) के अंतर्गत अब कोषालयों के सभी आहरण संवितरण अधिकारियों एवं कोषालय अधिकारी द्वारा सभी बिल ई-साईन करके ही पास किये जायेंगे। यह प्रक्रिया एक सप्ताह के अंदर प्रारंभ हो जायेगी। साथ ही महालेखाकार ग्वालियर को जिले का मासिक लेखा ई-साईन करके डिजीटल प्रेषित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी कोषालयों द्वारा खाता आधारित ई-भुगतान को सीधे रिजर्व बैंक आफ इण्डिया की ई-कुबेर भुगतान प्रणाली से करने का शुभारंभ सोमवार 16 जनवरी 2023 से कर दिया गया है। ई-कुबेर भुगतान व्यवस्था लागू होने से प्रदेश के सभी ई-भुगतान त्वरित रूप से संबंधित हितग्राही के खाते में रियल टाईम पर प्राप्त होगें । यह प्रणाली सभी कार्य दिवसों पर 24 घंटे उपलब्ध रहेगी ।