Home MORE प्राचार्यो की मनमानी से अतिथि शिक्षक परेशान!

प्राचार्यो की मनमानी से अतिथि शिक्षक परेशान!

WhatsApp चैनल लिंक WhatsApp ग्रुप जॉइन करें


अतिथि शिक्षक भर्ती में शासन और उच्चन्यायालय के आदेशों का नही हो रहा पालन
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा :-
आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव और छिंदवाड़ा जिला अध्यक्ष संतोष कहार ने बताया कि वर्ष 2023 में हुए लोकशिक्षण संचालनालय के आदेशों का और माननीय उच्च न्यायालय के आदेशो का विभिन्न शासकीय स्कूलो के प्राचार्यो के द्वारा पालन नही किया जा रहा है। जिससे जिस संस्था पर पूर्व से पैनल उपलब्ध है। ऐसे स्कूलो में भी प्राचार्यो की मनमानी के चलते अतिथि शिक्षको के नए आवेदन लेकर पूर्व से कार्यरत अतिथि शिक्षको को न रखकर अन्य दूसरे अतिथि शिक्षकों को रख रहे है।जिससे कई वर्षो से कार्य कर रहे अतिथि शिक्षको को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इन्होंने बताया कि सिर्फ छिंदवाड़ा जिले में ही स्थापना शाखा में पदस्थ उमेश वानखेड़े बाबू के द्वारा अतिथि शिक्षको के पदो पर ऑनलाइन पोर्टल की गड़बड़ी कर अतिथि शिक्षको को परेशान किया जा रहा है। और बार बार इधर उधर कार्यालयो के चक्कर लगवाया जा रहा है।जबकि आदेश में साफ साफ स्पष्ट है कि पूर्व से कार्यरत को प्राथमिकता के आधार पर कार्यरत संस्था में यथावत रखें जाने के आदेश माननीय उच्चन्यायालय के आदेशानुसार शासन द्वारा किया गया है। उसके बाद भी आदेशो की अवहेलना कर शिक्षा विभाग के कर्मचारी और बाबू अपनी मनमानी करने में लगे हुए है। कही शिक्षको के पदो को ऑनलाइन पोर्टल में बढ़ा दिया जा रहा है, तो कही घटा दिया जा रहा है। जिससे कई वर्षो से कार्य कर रहे अतिथि शिक्षक दर – दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। किंतु इस और जिला शिक्षा अधिकारी जी पी बघेल का भी कोई ध्यान नही है अतिथि शिक्षको के आवेदन देने के बाद भी उनकी सुनवाई नही हो रही है जिससे प्राचार्यो के हौसले बुलंद होते जा रहे है।
 ऐसा ही मामला छिंदवाड़ा जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उमरहड में भी है। जहाँ पदस्थ प्राचार्य इंद्रभान धुर्वे के द्वारा विगत वर्ष से कार्य कर रहे अतिथि शिक्षक शंकरलाल बिंझाड़े की जगह किसी अन्य दूसरे अतिथि शिक्षक को रख लिया गया है।और जब उनसे बात की गई तो उनका कहना था कि जहाँ शिकायत करना है वहाँ कर दो मेरा कोई कुछ नही विगाड़ सकता है। जबकि पूर्व से कार्यरत अतिथि शिक्षक का विगत सत्र का परीक्षा परिणाम 80% से अधिक रहा है।उसके बाद भी उक्त प्राचार्य की मनमानी के कारण अतिथि शिक्षक को यथावत नियुक्ति नही मिलने पर शंकरलाल बिंझाड़े बहुत परेशान है। इस घटना की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से आवेदक द्वारा की गई। किंतु कोई कार्यवाही नही हुई। श्री कहार ने मीडिया को बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी और स्थापना में पदस्थ उमेश वानखेड़े बाबू की भी मनमानी से सभी परेशान है। और इनको अतिथि शिक्षको की समस्या बताई जाती है तो यह सब हीला हवाला कर मामले को दवाने का प्रयास करते है यदि पूर्व से कार्यरत अतिथि शिक्षको के साथ अन्याय किया जायेगा तो सम्पूर्ण छिंदवाड़ा जिले के हजारों अतिथि शिक्षकों द्वारा इनके विरुद्ध धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

  • WhatsApp चैनल लिंक WhatsApp चैनल जॉइन करें