रोजमर्रा की चीजों के लिये आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान है अतिथि शिक्षक
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा:- छिंदवाड़ा जिले में इन दिनो शासकीय स्कूलो में कार्य करने वाले अतिथि शिक्षकों के द्वारा अपनी शैक्षणिक और अध्यापन कार्य की सेवाये देने के बाद भी वेतन नही मिलने से जिले के हजारो अतिथि शिक्षक आर्थिक तंगी और मानसिक रूप से बहुत परेशान है। जिले के अतिथि शिक्षको को वेतन के लाले पड़े है। चाहे शिक्षा विभाग में कार्य करने वाले अतिथि शिक्षक हो या फिर आदिम जाति कल्याण ट्रायवल विभाग में कार्य करने वाले अतिथि शिक्षक हो इन दिनो सभी अतिथि शिक्षक आर्थिक तंगी से बहुत जूझ रहे है। जिसके कारण इनकी मानसिक स्थिति बिगड़ती जा रही है। इन्हे चार माह से वेतन नही मिलने से रोजमर्रा की विभिन्न प्रकार की समस्या और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। और परिवार का भरण पोषण में भी परेशानी हो रही है।
इस संबंध में आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ मध्यप्रदेश के प्रदेश महासचिव और जिला अध्यक्ष संतोष कहार ने बताया कि जिले में चार माह से अतिथि शिक्षको का वेतन नही हुआ है। जिसकी वजह से जिले के अतिथि शिक्षक आर्थिक तंगी से जूझ रहे है।और इनकी मानसिक स्थिति भी दिन प्रति दिन बिगड़ती जा रही है। यदि खुदा न खास्ता किसी के साथ कोई घटना घटित होती है तो बेचारा अतिथि शिक्षक बगैर पैसे के कहा जाए। यदि अतिथि शिक्षको को समय पर वेतन नही दिया जाता और अतिथि शिक्षक के साथ कोई घटना होती है तो इसके लिये प्रदेश व जिले का शासन-प्रशासन जबाबदार होगा। बहुत ही अल्प मानदेय में शासकीय विद्यालयो में अध्यापन कार्य करते हुए बच्चो का भविष्य बनाने वाले इन अतिथि शिक्षकों की और शासन-प्रशासन कोई ध्यान नही दे रहा है। श्री कहार ने बताया कि मैंने मार्च-अप्रैल माह में लगभग 3-4 बार जिला शिक्षाधिकारी महोदय और सहायक आयुक्त महोदय से अतिथि शिक्षको के वेतन के संबंध पर मोबाईल फोन पर चर्चा किया।और जल्द से जल्द अतिथियो का वेतन करवाने की बात कही तो जिले के अधिकारियो ने कहा कि चलो देखते हैं, आप लोगो का वेतन करवाते है। किंतु इसके बाद भी आश्वाशन ही मिला और आज दिनाँक तक इनके द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई जिससे कि जिले के हजारो अतिथि शिक्षको को समय पर वेतन मिल सके।श्री कहार ने यह भी बताया कि जब अतिथि शिक्षक प्राचार्य,संकुल प्राचार्य से वेतन की बात करते हैं तो वे विकासखंड शिक्षाधिकारी से बात करते हैं विकासखंड शिक्षाधिकारी द्वारा उन्हें एलाटमेंट नही होने का हवाला दिया जाता है। किंतु इतना समय बीत जाने के बाद भी आज दिनाँक तक अतिथि शिक्षको का वेतन नही हो पा रहा है। जिससे अतिथि शिक्षक परिवारों का गुजर – बसर करना मुश्किल हो गया है। श्री कहार ने जिला शिक्षा अधिकारी महोदय छिंदवाड़ा और जनजाति कार्य विभाग (ट्रायबल) आयुक्त महोदय छिंदवाड़ा से निवेदन किया है कि जिले में कार्यरत सभी अतिथि शिक्षको के वेतन का भुगतान अतिशीघ्र कराया जाये। जिससे उनकी आर्थिक तंगी और मानसिक स्थिति ठीक हो सके और उनके परिवार का भरण – पोषण चल सके।