सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।जिले के जुन्नारदेव विकासखंड के जनजातीय बाहुल्य ग्रामों को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री ग्राम सड़कें बदहाल हो चुकी हैं। सड़कों की स्थिति इतनी खराब है कि ग्रामीणों और तीर्थ यात्रियों की जान पर बन आई है। कुछ माह बाद ही मेला शुरू होगा,स्थानीय लोगों का आरोप है कि सड़क रखरखाव के लिए जिम्मेदार एजेंसी, ठेकेदार – मे. तिरुपति कंस्ट्रक्शन क. घोड़ाडोगरी जि. बैतुल और MPRRDA के अधिकारी केवल कागजों पर काम दिखा रहे हैं। वास्तविकता में न तो सड़क की मरम्मत की जा रही है और न ही रखरखाव के मानक पूरे किए जा रहे हैं।
मिलीभगत से जारी हो रहे हैं बिल जानकारी के अनुसार, अधिकांश सड़कों के रखरखाव के बिल बिना कार्य किए ही जारी किए जा रहे हैं। ठेकेदार, इंजीनियर, एएम और जीएम कविता पटवा पर मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं।
तीर्थ यात्रियों के लिए बनी जानलेवा सड़क सांगाखेड़ा से कुकरपानी सड़क, जिसका उपयोग नागपुर, बैतूल और छिंदवाड़ा जिलों से आने वाले महादेव मेला के तीर्थ यात्री करते हैं, आज खतरनाक रूप ले चुकी है। सड़क के दोनों ओर घना जंगल और गहरी खाइयाँ हैं, जिससे मामूली चूक भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि MTN पैकेज-पै.क्रं.MP-07/MTN 202 के तहत सड़क का बीटी रिन्यूअल, जंगल सफाई, गड्ढा भराई और रंगाई-पुताई जैसे कार्य ठेकेदार को करने थे, लेकिन अब तक इनमें से कोई भी कार्य नहीं हुआ है। निर्धारित पांच वर्ष की अवधि कुछ माह बाद खत्म हो रही है।

जिले की कई सड़कें इसी हाल में केवल सांगाखेड़ा-कुकरपानी मार्ग ही नहीं, बल्कि जिले की अधिकांश प्रधानमंत्री सड़कें इसी तरह की लापरवाही का शिकार हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
आगामी रिपोर्ट में महादेव मेला क्षेत्र की अन्य सड़कों की वास्तविक स्थिति से भी पाठकों को अवगत कराया जाएगा।
रिपोर्ट
आनंद सूर्यवंशी
9425881258
MPRRDA की लापरवाह जीएम के कारण जोखिम में पर्यटकों की जान ….















