सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा:छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव विकासखंड में शिक्षा विभाग की स्मार्ट क्लास सामग्री की सप्लाई में भारी अनियमितताओं का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, ₹80,000 कीमत वाले आउटडेट डिजिटल पैनल को ₹2.35 लाख (तीन गुने दामों) में स्कूलों को सप्लाई किया जा रहा है। इस घोटाले से संबंधित कुल भुगतान एक बिकास खंड में लगभग ₹80 लाख तक पहुंच चुका है।
विभागीय अधिकारियों ने खुलासा किया कि इस खरीद के लिए न तो किसी प्रकार की आवश्यकता का पत्र (डिमांड लेटर) विभाग से लिया गया और न ही कोई आधिकारिक अनुमति। अधिकारी बताते हैं कि “हमसे किसी ने यह तक नहीं पूछा कि हमें किस चीज की आवश्यकता है। सप्लाई अपने मनमाने ढंग से की जा रही है।”कई स्कूलों में जहां पहले से स्मार्ट क्लास के लिए प्रोजेक्टर और डिजिटल बोर्ड मौजूद हैं, वहीं पर नए-नए पैनल दोबारा लगाए जा रहे हैं। कुछ स्कूलों में तो तीन-तीन प्रोजेक्टर बोर्ड तक पहुंचा दिए गए हैं, जबकि कई स्कूल ऐसे भी हैं जहां अब तक एक भी स्मार्ट क्लास उपकरण नहीं पहुंचा है।
सूत्रों के अनुसार, यह पूरा खेल कमीशन और ठेकेदारों की मिलीभगत से हो रहा है। विधायक निधि से मिलने वाले फंड का उपयोग मनमाने तरीके से किया जा रहा है। जिला मुख्यालय स्थित एक डिजिटल फर्म पर आरोप है कि वही इस महाघोटाले के पीछे है।
ऑनलाइन और मार्केट रेट के अनुसार, एक स्मार्ट क्लास डिजिटल बोर्ड की कीमत लगभग ₹80,000 है, जबकि उसी समान को ₹2,35,000 की दर से स्कूलों में सप्लाई किया गया है।—
मुख्य बिंदु:₹80,000 का पैनल ₹2.35 लाख में सप्लाई,विभागीय अनुमति के बिना की गई खरीद,पहले से मौजूद स्मार्ट क्लास उपकरणों पर दोबारा खर्च,विधायक निधि फंड में अनियमितता और कमीशनखोरी के आरोप,कुल ₹80 लाख तक का भुगतान जुन्नारदेव ब्लॉक में—संभावित
जांच की मांग:स्थानीय नागरिकों और शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच कराई जानी चाहिए, ताकि जिम्मेदार अधिकारियों और सप्लायरों पर कार्रवाई हो सके।
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रिपोर्ट
आनंद सूर्यवंशी
9425881258















