Home NATIONAL छिंदवाड़ा को “वॉश ऑन व्हील्स सेवा” नवाचार पर मिला राष्ट्रीय ISE-FICCI सेनिटेशन...

छिंदवाड़ा को “वॉश ऑन व्हील्स सेवा” नवाचार पर मिला राष्ट्रीय ISE-FICCI सेनिटेशन अवॉर्ड, 2.5 लाख रुपये कैश प्राइज

WhatsApp चैनल लिंक WhatsApp ग्रुप जॉइन करें

सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा ।जिले ने एक बार फिर नवाचार के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। जिले को “वॉश ऑन व्हील्स सेवा” (Wash on Wheels Service) के अनूठे प्रयास के लिए आईएसई – फिक्की सेनिटेशन राष्ट्रीय अवॉर्ड (ISE-FICCI Sanitation National Award) से सम्मानित किया गया है।इस उपलब्धि के साथ जिले को 2.5 लाख रुपये का नगद पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है।

स्वच्छता के क्षेत्र में छिंदवाड़ा ने इतिहास रच दिया है। जिला पंचायत छिंदवाड़ा को अपने अभिनव वॉश ऑन व्हील्स नवाचार के लिए देश का सबसे प्रतिष्ठित इंडिया सेनीटेशन कोएलिशन फिक्की राष्ट्रीय पुरस्कार 2025 प्रदान किया गया है। यह सम्मान सतत रखरखाव एवं सामुदायिक प्रबंधन श्रेणी में मिला, जिसने पूरे देश में जिले का नाम रोशन कर दिया है। दिल्ली में आयोजित भव्य कार्यक्रम में यह पुरस्कार जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श अग्रिम कुमार ने प्राप्त किया है।

कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और सीईओ जिला पंचायत अग्रिम कुमार के नेतृत्व तथा जिला पंचायत के स्वच्छ भारत मिशन के जिला परियोजना अधिकारी श्री सुधीर कृषक और उनकी टीम तथा सभी जनपदों के अथक प्रयासों से यह उपलब्धि संभव हुई है। उल्लेखनीय है कि यह पुरस्कार पाने वाला छिंदवाड़ा देश का पहला जिला स्तरीय संगठन है, जिसे 2.5 लाख रुपए के कैश प्राइज के साथ राष्ट्रीय गौरव हासिल हुआ है। इस पुरस्कार का विशेष प्रायोजन रेकिट (डेटॉल और हार्पिक निर्माताओं) द्वारा किया गया। फिक्की पुरस्कार के लिए नामांकन के दौरान, 11 जून 2025 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी अग्रिम कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यकारी निर्णायक समिति के समक्ष नवाचार की प्रस्तुति दी थी।

छिंदवाड़ा के वॉश ऑन व्हील्स नवाचार ने ग्रामीण अंचलों में शौचालयों की सफाई और देखभाल की समस्या का अभिनव समाधान प्रस्तुत किया है। मोबाइल इकाईयों के माध्यम से गांव-गांव जाकर शौचालयों की नियमित सफाई और रखरखाव सुनिश्चित किया गया, जिससे स्थायी स्वच्छता और सामुदायिक सहभागिता की मिसाल बनी।

उल्लेखनीय है कि छिंदवाड़ा जिले के वॉश ऑन व्हील्स नवाचार को राष्ट्रीय स्तर पर लगातार सराहना मिल रही है और इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है। इस सेवा में संलग्न 45 स्वच्छता साथियों ने अभी तक 40 हजार शौचालय इकाईयों की सफाई कर लगभग 40 लाख रुपए की आय अर्जित की है।

इस नवाचार की उल्लेखनीय उपलब्धियों में यह भी शामिल है कि भोपाल के जंबूरी मैदान में लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती पर आयोजित महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे खुले मन से सराहा। इस ऐतिहासिक उपलब्धि को अकॉलैड्स जैसी राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित पत्रिका में भी स्थान मिला है। यह दर्शाता है कि छिंदवाड़ा का यह नवाचार पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुका है।

निःसंदेह, यह उपलब्धि जिले के स्वच्छता इतिहास में स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज होगी। जिसके लिए कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने सीईओ जिला पंचायत अग्रिम कुमार और स्वच्छ भारत मिशन की पूरी टीम को इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी है।

इस पहल का उद्देश्य स्वच्छता को आसान और सुलभ बनाना है, ताकि आम नागरिकों तक मोबाइल सेवा के माध्यम से स्वच्छता सुविधाएं पहुँच सकें।“वॉश ऑन व्हील्स सेवा” को स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के संयुक्त प्रयासों से लागू किया गया था। इस मॉडल को अन्य जिलों और राज्यों में भी अपनाने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।यह सम्मान छिंदवाड़ा को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करता है, बल्कि जिले की पहचान नवाचार और स्वच्छता अभियानों में अग्रणी के रूप में भी स्थापित करता है।

राज्यपाल श्री पटेल ने छिंदी में स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील्स सेवा का किया था शुभारंभ वॉश ऑन व्हील्स सेवा से संस्थागत शौचालयों की सफाई सुलभ हो रही हैं 26 सितंबर 2024 राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने छिंदी में स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील्स सेवा का शुभारंभ किया था।

यह नवाचार न केवल जिले का बल्कि राज्य का पहला ऐसा कार्यक्रम बना जो संस्थागत शौचालयों की नियमित और प्रभावी सफाई सुनिश्चित कर रहा है।

स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील्स सेवा की विशेषताएं- अधिकांश संस्थागत शौचालयों में अक्सर सफाई का अभाव देखा जाता है जिससे शौचालयों की उपयोगिता और स्थिति प्रभावित होती है। इसी कमी को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने यह अनूठी पहल की है। कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन और जिला पंचायत के सीईओ शm अग्रिम कुमार के नेतृत्व में इसे लागू किया गया है।

सेवा का संचालन – जिले के प्रत्येक 11 जनपद में 3 ग्राम पंचायतो से 1 कलस्टर का गठन किया गया हैं। इन दलों को अत्याधुनिक उपकरण और सुरक्षा किट प्रदान की गई हैं, जिनमें इलेक्ट्रिक व बैटरी से चलने वाली वॉशिंग मशीनें शामिल हैं।

सफाई प्रक्रिया – यह सेवा स्कूलों, आंगनवाड़ियों, छात्रावासों और सामुदायिक शौचालयों में जाकर शौचालयों की सफाई करेगी।आर्थिक लाभ- यह योजना स्वच्छता कर्मियों को रोजगार के साथ-साथ करीब 20,000 रुपये की मासिक आमदनी भी प्रदान करेगी। यह पहल जिले में स्वच्छता अभियान को नई दिशा देने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।

  • WhatsApp चैनल लिंक WhatsApp चैनल जॉइन करें