सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित किसान आंदोलन में जीतू पटवारी उमंग सिंगार नकुलनाथ और अन्य कांग्रेस नेता के नेतृत्व हजारों की संख्या में पहुंचे जिलों के किसान ने यूरिया की कमी सहित अन्य मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा किया। और आयोजित किसान आंदोलन सभा के बाद हजारों की संख्याओं में एकत्रित होकर सभा स्थल से जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। अपनी मांगों के मांग पत्र को जिला कलेक्टर को सौंपने की बात पर अड़े रहे जब घंटों कलेक्टर नहीं पहुंचे तो उन्होंने एक कुत्ते को पकड़ कर उसके ही गले में ज्ञापन की काफी फसा दी।जिसका एक वीडियो भी सामने आया है।
नकुलनाथ ने किसान बचाओ आंदोलन में भ्रष्ट भाजपा सरकार के खिलाफ भरी हुंकार
–किसान खेत में रो रहा, सीएम भोपाल में सो रहा, पर्याप्त खाद है तो एफआईआर क्यों–जीतू पटवारी
–गर्मी बढ़ानी है, क्योंकि प्रदेश की भाजपा सरकार ठण्डी पड़ी है– उमंग सिंघार
-श्वान को कांग्रेस ने चौदह सूत्रीय मांगों का सौंपा ज्ञापन
–पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी जी की जयंती पर कांग्रेसजन ने किया शत्–शत् नमन किए
छिन्दवाड़ा:- किसान बचाओ आंदोलन में हजारों–हजार किसान व जन–जन की आवाज बनकर जिले के पूर्व सांसद माननीय नकुलनाथ जी गरजे तो जेल बगीचा मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। माननीय नकुलनाथ जी ने जय….जवान…जय किसान व इंकलाब जिंदाबाद के नारे के साथ अपना उदबोधन प्रारंभ करते हुए कहा कि यह नारा भी कांग्रेस ने ही दिया है।

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन करते हुए नकुलनाथ ने कहा कि सुना था, बारिश होती है तो अच्छा ही होता है, यानि किसान भाइयों को खाद मिलने वाली है। आज हमें किसान बचाओ आंदोलन इसीलिये करना पड़ रहा है, क्योंकि भाजपा किसान भाइयों को खाद के बदले लाठियां दे रही, अपराध दर्ज कर रही है। आजादी के पहले किसान आंदोलन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चंपारण सत्याग्रह (1917) में भारत का पहला संगठित किसान आंदोलन बिहार के चंपारण में नील की खेती की प्रथा को समाप्त करने के लिए महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में ब्रिटिश शासन के खिलाफ किया। खेड़ा सत्याग्रह (1918) में गुजरात के खेड़ा में फसल खराब होने पर भू- राजस्व के खिलाफ गांधी जी व सरदार वल्लभ भाई पटेल के नेतृत्व में हुआ। परिणामस्वरूप सरकार को कर माफी करनी पड़ी। बिजोलिया आंदोलन (1897-1941) राजस्थान का पहला संगठित, अहिंसात्मक आंदोलन, ऊंचे लगान, जागीरदारों के अत्याचारों के खिलाफ था। 2020-2021 का किसान आंदोलन तीन काले कानूनों के खिलाफ हुआ। पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों के किसानों ने दिल्ली में घुसकर विरोध प्रदर्शन किया, तब भाजपा सरकार ने तीन काले कानून वापस लिये। नकुलनाथ ने अपने सारगर्भित उदबोधन में आगे कहा कि 15 माह की कांग्रेस सरकार में कमलनाथ ने मप्र के 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। प्रथम चरण में छिन्दवाड़ा के 55 हजार एवं दूसरे चरण में 20 हजार से अधिक किसानों का कर्ज माफ हुआ। 40 वर्ष कमलनाथ एवं 5 वर्ष का कार्यकाल में मेरा रहा। इन वर्षों में किसान कभी खाद के लिए नहीं भटका। खाद तो छोड़ों कोरोना संक्रमण काल के दौरान पूरे विश्व में छिन्दवाड़ा ही एकमात्र ऐसा जिला था जहां ऑक्सीजन से लेकर किसी भी आवश्यक दवाइयों की कमी नहीं होने दी।
आदिवासियों का हक और अधिकार छीन रही भाजपा:-
आदिवासियों के हक व अधिकार की आवाज उठाते हुए श्री नाथ ने आगे कहा कि पूरे प्रदेश में छिन्दवाड़ा-पांढुर्ना जिला ही ऐसा है जहां सर्वाधिक आदिवासी भाइयों की जमीनों को सामान्य मद में बदला गया है इसकी संख्या 190 हो चुकी है। भाजपा ने हमारे नौजवानों को धोखा दिया, कहा था 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे, मप्र व छिन्दवाड़ा में कितने लोगों को रोजगार दिया, भाजपा के पास कोई जवाब नहीं है। रोजगार तो सिर्फ कांग्रेस और कमलनाथ ने दिया है। माननीय नकुलनाथ जी ने भाजपा को जमकर घेरते हुए कहा कि इनके वादे और इरादे सब झूठे हैं अगर गिनाएंगे तो साल बीत जाएगा, ताजा झूठ तो यह है कि लाड़ली बहनों को 3 हजार रुपए देने का वादा किया था और सिर्फ 1200 रुपए दे रहे। 450 रुपए की रसोई गैस सिलेंडर देने का वादा भूल गए, अब वही सिलेंडर आम आदमी 1000 से 1200 रुपए में खरीद रहा है।
वोट की चोरी के सारे सबूत पेश किए:-
नकुलनाथ ने अपने उदबोधन में आगे कहा कि भाजपा वोट की चोरी कर सत्ता में आई है। वोट चोरी के सारे सबूत माननीय राहुल गांधी जी ने प्रेस कांफ्रेंस में देश की जनता के सामने प्रस्तुत किए हैं। चुनाव आयोग और भाजपा ने मिलकर वोट की चोरी की है। चुनाव आयोग भाजपा का संगठन बनकर काम कर रहा। किन्तु यह चोरी और षड्यंत्र ज्यादा दिनों तक नहीं चलने वाला है। उन्होंने माननीय कमलनाथ जी की पंद्रह माह की सरकार में 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली दी। भाजपा सरकार बिजली के भारी भरकम बिल थोप रही है।

खाद की कालाबाजारी कर रहे भाजपा के लोग:-
नकुलनाथ ने आगे कहा कि शासन-प्रशासन वीडियो जारी कर व प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कह रहा कि पर्याप्त खाद है तो किसान खाद के लिए कतार में क्यों खड़ा है। किसान इसीलिये खड़ा है, क्योंकि भाजपा के लोग खाद की कालाबाजारी में लिप्त है और उनकी रोजी रोटी इसी से चल रही है। अंत में उन्होंने शासन, प्रशासन व पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि आदिवासी दिवस पर आदिवासी भाइयों पर अपराध दर्ज करना, किसान भाइयों पर झूठी एफआइआर दर्ज करना बंद कर दें, क्योंकि शासन प्रशासन कितने लोगों को गिरफ्तार करेगा, हम जन-जन के सम्मान व हित के लिए गिरफ्तारी देने के लिए तैयार है।
आयोजित किसान बचाओ आंदोलन को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि भाई नकुलनाथ के भाषण में छिन्दवाड़ा के लिए दर्द झलका है। उन्होंने राजीव गांधी जी को शत-शत नमन करते हुए कहा कि इंदिरा जी के तीन बेटे राजीव गांधी , संजय गांधी और कमलनाथ । उन्होंने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसान खेत में रो रहा और सीएम भोपाल में सो रहा, किसान खाद के लिए कतार में है और भाजपा सरकार हेडलाइन में है। सांसद व कलेक्टर के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर पर्याप्त खाद है तो लाठियां क्यों, एफआइआर क्यों। किसान के हाथ में हल होता है, कल कांग्रेस का होगा। उन्होंने मंच से खाद चोरों कुर्सी छोड़ों के नारे लगाते हुए कहा कि 50 प्रतिशत की कमीशन वाली सरकार चल रही। यूरिया व डीएपी, लाड़ली बहनों की राशि, धान व गेहूं के समर्थन मूल्य की खरीदी में चोरी करने वाली सरकार को सवाल पूछने का अधिकार नहीं है। छिन्दवाड़ा सांसद जिस सड़क पर चल रहे व भी श्री कमलनाथ जी की देन है, मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय से लेकर स्किल सेन्टर यह सब सांसद को दिखाई नहीं दे रहा, उनके लिय किस नम्बर का चस्मा लगेगा यह जनता तय करेगी। कमलनाथ जी ने ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जिसे रोकने के लिए भाजपा ने 100 करोड़ रुपए खर्च कर दिए।नकुलनाथ के शब्दों से संस्कार झलकते हैं, वहीं यहां के सांसद के शब्दों को सुनने से ही पता चलता है कि उनका संस्कार क्या है।
उन्होंने कहा कि किसानों में खुशहाली तभी आएगी जब उन्हें 3500 रुपए प्रतिक्विंटल धान, 4000 क्विंटल गेहूं का दाम मिलेगा। प्रत्येक फसल की बोवनी से पहले किसानों को 10 हजार रुपए मिलने चाहिए। यहां के सांसद रात में नकुलनाथ और दिन में कमलनाथ का नाम जपते हैं। इन्होंने पास से कभी किसी को दिया नहीं लूटा ही है।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ऐतिहासिक किसान बचाओ आंदोलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि गर्मी है और गर्मी बढ़नी चाहिए, क्योंकि प्रदेश की सरकार ठण्डी पड़ी है। उन्होंने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि वोट की चोरी कर भाजपा ने सरकार बनाई है। उन्होंने कहा कि मप्र में 16 लाख वोटों की चोरी हुई है जिसके प्रमाण उनके द्वारा चुनाव आयोग को प्रस्तुत किए जा चुके हैं। 24 घण्टे से अधिक का समय हो गया किन्तु अभी तक चुनाव आयोग और भाजपा ने कोई जवाब नहीं दिया है। माननीय कमलनाथ जी द्वारा 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली दी गई और भाजपा स्मार्ट मीटर दे रही जो पाकिस्तान की कम्पनी के हैं।
जुन्नारदेव विधायक सुनील उइके ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जिन्होंने किसान व नौजवानों के लिए काम किया, उनकी जयंती पर किसान खाद के लिए आंदोलन कर रहा है। कलेक्टर ने आदिवासी भाइयों की जमीन माफियाओं के नाम करवाई। छिन्दवाड़ा की पहचान कमलनाथ से थी। शासन व प्रशासन के द्वारा बनाए गए सांसद भू माफियाओं, शराब माफियाओं के साथी है। उन्होंने अंत में कहा कि कलेक्टर और सांसद का एक ही काम आदिवासियों की जमीन करो माफियाओं के नाम। इन्होंने कभी दिया नहीं लिया है, कभी सोने-चांदी में जनता को लूटा, कभी ब्याज के नाम पर लूटा। आदिवासी भाइयों की जमीनें भी इनके नाम पर खरीदी जा रही। चेतावनी देते हुए कहा कि कलेक्टर कहीं भी चले जाएं उनको यहां लाकर हिसाब लिया जाएगा।

पूर्व मंत्री सुश्री विजय लक्ष्मी साधो ने कहा कि भारत रत्न राजीव गांधी जी ने 21 वीं सदी का सपना दिखाया। देश को पंचायती राज, महिलाओं को आरक्षण दिया। छिन्दवाड़ा के सांसद वापस 18 वीं सदी में लेकर जा रहे वे आदिवासी भाइयों से पैर धुलाई करवा रहे हैं। उन्होंने कमलनाथ के मुख्यमंत्रीत्व कार्याकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि वे मंत्री थी तब छिन्दवाड़ा आई तो लगा कि किसी महानगर में है यहां की सड़के व विकास को देखकर उन्हें भरोसा नहीं हुआ कि छिन्दवाड़ा में है। उन्होंने कहा कि जब कमलनाथ जी सीएम बने तो सभी को भरोसा हुआ कि प्रदेश प्रगति के पथ पर बढ़ेगा, क्योंकि देश चलाने का अनुभव रखने वाले के हाथो में प्रदेश की बागडोर थी। उन्होंने कहा कि किसान क्या चाहता है अच्छा खाद व बीज, अच्छी उपज पर अच्छा दाम किन्तु सरकार ये सबकुछ नहीं दे पा रही है। प्रदेश अत्याचार, अनाचार व अपराध में नम्बर वन है।
पूर्व मंत्री लखन घंघोरिया ने सम्बोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ ने सतत रूप से 45 वर्ष छिन्दवाड़ा की पावन भूमि की सेवा की है। इन वर्षों में कभी खाद की कमी नहीं हुई। अब हुई तो जिम्मेदारी किस की है, स्वाभाविक है कि भाजपा सरकार की है। यह तो पवित्र भूमि है जहां से प्रदेश की राजनीति चलती है। जब छिन्दवाड़ा कलेक्टर जबलपुर में थे उनके खिलाफ विवेक तनख्वा हाईकोर्ट गए थे। यहां का चुनाव लूटा गया है। सबके हितों की रक्षा कमलनाथ जी ने की है, उन्होंने 45 साल में जो किया वह सबके सामने हैं। उन्होंने सीएम, कलेक्टर व एसपी को चेतावनी देते हुए कहा कि लिमिट में रहें, अन्यथा आपके गुनाह के चेहरे बदल दिए जाएंगे। फिर से नकुलनाथ जी आएंगे, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आएगी तब सभी से चुन-चुनकर हिसाब लिए जाएंगे।
पूर्वमंत्री सुखदेव पांसे ने सम्बोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ जी के मार्गदर्शन व नकुलनाथ जी के आव्हान पर ऐतिहासिक किसान आंदोलन जन-जन की आवाज बन गया है। मप्र के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था खेती को लाभ का धंधा बनाएंगे, उन्होंने लाभ का धंधा तो नहीं बनाया, किन्तु हानि का धंधा जरूर बना दिया है। कृषि से जुड़ी सम्पूर्ण सामग्री पर जीएसटी व बढ़े हुए मूल्य से किसान परेशान है। यहां का सांसद पूछता है कि कमलनाथ जी ने क्या किया, यह तो कुछ समय में बताना संभव नहीं है, क्योंकि उनके कार्यों सबके सामने हैं। पांढुर्ना व छिन्दवाड़ा जिले में पेयजल का स्थाई समाधान, किसान कर्जमाफी, गोशालाओं का निर्माण स्किल सेन्टर व हिन्दुस्तान में सर्वाधिक सेन्ट्रल स्कूल छिन्दवाड़ा में है। दादा धाम एक्सप्रेस को बंद कराने का पाप करने वाले, दादा धाम की पैदल यात्रा करते हैं।
श्वान को सौंपा ज्ञापन:-
कांग्रेस हजारों किसान भाइयों के साथ 14 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय की ओर बढ़े तो भाजपा के इशारों पर नाचने वाले कलेक्टर दुब गए। तकरीबन एक घण्टे तक नकुलनाथ एवं जीतू पटवारी के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट गेट पर कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं एवं किसान भाइयों ने जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे तो किसान भाइयों एवं कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों ने श्वान को अपनी मांगों का ज्ञापन प्रस्तुत किया।
झलकियां:- किसान बचाओ आंदोलन के मंच पर उपस्थित अतिथियों के द्वारा किसान भाई का पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया गया। किसान भाइयों ने खाद की कमी से लेकर अन्य समस्याओं को उजागर किया। नकुलनाथ एवं जीतू पटवारी को हल भेंट कर सम्मानित किया गया।
आयोजित आंदोलन को जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विश्वनाथ ओकटे , पांढुर्ना विधायक जतन उइके, चौरई विधायक,सुजीत चौधरी, सौंसर विधायक विजय चौरे, परासिया विधायक सोहन वाल्मीकी, पांढुर्ना विधायक निलेश उइके ने भी सम्बोधित किया। मंच संचालन पांढुर्ना जिला प्रभारी गंगाप्रसाद तिवारी ने किया, आभार प्रदर्शन जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष गोविंद राय जी ने किया।
आयोजित आंदोलन में जिला महिला कांग्रेस, शहर कांग्रेस, किसान कांग्रेस, युवक कांग्रेस, एनएसयूआई, कांग्रेस झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ व कांग्रेस सेवादल सहित कांग्रेस के समस्त विभाग, प्रकोष्ठ व अनुसांगिक संगठनों के जिलाध्यक्षगण व हजारों की संख्या में किसान भाई उपस्थित रहे।