सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।जिला शिक्षा अधिकारी छिंदवाड़ा द्वारा लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के वरिष्ठता क्रम के आदेश को दरकिनार कर अपने चहेते शिक्षक को पीएम श्री शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमरवाड़ा का प्रभार सौंपने पर विवाद गहराता जा रहा है। शिक्षा विभाग के आदेश क्रमांक 4743 दिनांक 31.07.2025 के अनुसार वर्तमान में कार्यरत प्राचार्य को हटाकर कनिष्ठ शिक्षक को नियुक्त किया गया है, जिसे लेकर शिक्षक समुदाय और अभिभावकों में रोष है।

गौरतलब है कि उक्त विद्यालय ने वर्ष 2024-25 की 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में शत-प्रतिशत परिणाम देकर जिले में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया था। विद्यालय की अनुशासन व्यवस्था, शैक्षणिक गुणवत्ता और परिणामों को लेकर कलेक्टर छिंदवाड़ा द्वारा विद्यालय के प्राचार्य को सम्मानित भी किया गया था। ऐसे में अनुभवहीन कनिष्ठ शिक्षक की नियुक्ति शिक्षा जगत में “प्रशासनिक मनमानी” के रूप में देखी जा रही है।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी अमरवाड़ा पर लगे नियमविरुद्ध संलग्नीकरण के आरोप
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, विकासखंड शिक्षा अधिकारी अमरवाड़ा द्वारा मनमर्जी से निम्नलिखित 4 लोकसेवकों का बीआरसी/बीईओ कार्यालय में नियमविरुद्ध संलग्नीकरण किया गया है राज्य शासन के स्पष्ट निदेशक है कि संलग्नीकरण समाप्त किए जाएं।
1. महेन्द्र सिगारें – प्राथमिक शिक्षक, चनेरी से बीईओ कार्यालय अमरवाड़ा
2. गुमानी इनवाती – प्राथमिक शिक्षक, लहगडुआ से बीईओ कार्यालय अमरवाड़ा
3. बडगू डेहरिया – शिक्षक, बेसिक स्कूल से बीईओ कार्यालय अमरवाड़ा
4. प्रकाश डेहरिया – माध्यमिक शिक्षक, शाला सेजा से बीआरसी कार्यालय अमरवाड़ा

शायद इन अवैध संलग्नीकरणों का विरोध करने पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा विद्यालय प्राचार्य के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की गई, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें पद से हटा दिया गया।

शिक्षक संघ में नाराजगी इस पूरे घटनाक्रम को लेकर शिक्षक संगठनों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि यदि जल्द ही अन्यायपूर्ण आदेश वापस नहीं लिया गया तो जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
आगामी अंक में पढ़िए हरई बी ई ओ के प्रभार का खेल…