सांसद ने केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाक़ात कर छिंदवाड़ा-पांढुर्णा में यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता की माँग की
- सांसद ने पांढुर्णा में कृषि विज्ञान केन्द्र एवं छिंदवाड़ा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की स्थापित की रखी माँग
- सांसद बंटी विवेक साहू से मुलाकात के दौरान केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा छिंदवाड़ा में नहीं होगी यूरिया खाद की कमी
- सांसद ने कहा छिंदवाड़ा को नियमित मिलती रहेगी यूरिया खाद की रैक
- दिल्ली प्रवास के दौरान सांसद की केन्द्रीय कृषि मंत्री से हुई मुलाकात के दौरान हुई कई विषयों पर महत्वपूर्ण चर्चा
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। मानसून सत्र के दौरान सांसद बंटी विवेक साहू ने दिल्ली में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान को छिंदवाड़ा में इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में हुई अधिक खरीफ फसल की बुआई और छिंदवाड़ा में मिल रही यूरिया की जानकारी देते हुए यूरिया खाद की अतिरिक्त रैक दिलाने का निवेदन किया।
सांसद श्री साहू के निवेदन पर केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान ने छिंदवाड़ा में खाद की कमी नहीं होने देने का आश्वासन देते हुए छिंदवाड़ा के लिए अतिरिक्त यूरिया खाद की रैक दिलाने का भरोसा जताया। मुलाकात के दौरान सांसद श्री साहू ने केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान से छिंदवाड़ा एवं पांढुर्णा के किसानों को केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ ही दोनों जिलों में कृशि क्षेत्र में अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर भी चर्चा की।
- पांढुर्णा में कृषि विज्ञान केन्द्र खोलने का किया निवेदन
सांसद बंटी विवेक साहू ने केन्द्रीय कृशि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के दौरान पांढुर्णा में कृशि विज्ञान केन्द्र खोले जाने का निवेदन करते हुए उन्हें एक पत्र भी दिया है। सांसद श्री साहू ने केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान को बताया कि मेरे लोकसभा क्षेत्र छिंदवाड़ा-पांढुर्णा में विगत वर्श छिंदवाड़ा जिले को विभाजित कर पांढुर्णा जिले का गठन किया गया है। यह दोनों जिलें कृशि प्रधान जिलें है जिसमें किसानों को आधुनिक कृशि की तकनीकों और जलवायु व मौसम इत्यादि से परिचित कराने के लिए कृशि विज्ञान केन्द्र की आवश्यकता है। छिंदवाड़ा में कृशि विज्ञान केन्द्र है किंतु नवगठित जिले पांढुर्णा में कृशि विज्ञान केन्द्र नहीं है। पांढुर्णा क्षेत्र में संतरा एवं कपास का अत्याधिक उत्पादन होता है। जिसके चलते यहां पर कृशि विज्ञान केन्द्र खोले जानें की अत्याधिक जरूरत है।
- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की शाखा खोलने का किया निवेदन
सांसद बंटी विवेक साहू ने केन्द्रीय कृशि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के दौरान छिंदवाड़ा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की शाखा खोलने का निवेदन किया है। इस दौरान उन्होंने केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान को एक पत्र भी सौंपा है। जिसमें उन्होंने बताया कि मेरी लोकसभा क्षेत्र छिन्दवाड़ा-पान्ढुर्ना के दोनों जिले कृषि प्रधान जिले हैं। यहाँ की जलवायु में मुख्य रूप से मक्का, गेहूँ, गन्ना, मूंग फल्ली, चना, सोयाबीन, ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी, चावल, संतरा, कपास, स्ट्रॉबेरी, महुआ, आलू, टमाटर, हरी सब्जियां, प्याज, लहसुन अदरक, धनिया, गोभी इत्यादि फसलें बहुतायत से होती हैं। कृषकों को आधुनिक कृषि की तकनीकों, कृषि के लिये आधुनिक कृषि यंत्रों इत्यादि से परिचित कराने के लिये कोई विशेष संस्था मेरे क्षेत्र में नहीं है जो कि किसानों को कृषि तकनीकों तथा अन्य सुविधाओं से अवगत कराए।
सांसद श्री साहू ने केंद्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुसार वे हमारे कृषकों को सम्पन्न और खेती को लाभ का व्यवसाय बनाना चाहते हैं इसके लिये आधुनिक तकनीकों की आवश्यकता होती है। यह कार्य भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा किया जाता है। संस्था द्वारा विदेशों से टाईअप करके किसानों की फसलों को उचित मूल्य एवं तकनीक भी उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान से अनुरोध किया है कि मेरे क्षेत्र में किसानों के हित में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का क्षेत्रीय कार्यालय प्रारंभ कराने का कष्ट करें।
- दोनों जिलों में पी.एम. धन-धान्य कृषि योजना लागू करने का किया निवेदन
सांसद बंटी विवेक साहू ने केन्द्रीय कृशि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के दौरान छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में पी.एम. धन-धान्य कृषि योजना लागू करने का निवेदन किया है। इस दौरान उन्होंने केन्द्रीय कृशि मंत्री श्री चौहान को एक पत्र भी दिया है।
जिसमें उन्होंने उनको अवगत कराया है कि उनके लोकसभा क्षेत्र छिन्दवाड़ा-पान्ढुर्णा जनजाति बाहुल्य कृषि प्रधान जिला है।
दोनों जिले में गेहूं, चावल, मक्का, ज्वार, गन्ना, कपास, फलों में संतरा, तथा आलू, टमाटर, मिर्ची, हरी सब्जियां इत्यादि की फसल का उत्पादन किसानों द्वारा किया जाता है। देश के 100 जिलों के 1.7 करोड़ किसानों के लिए पी.एम. धन-धान्य कृषि योजना अक्टूबर से प्रारंभ की जा रही है।इस योजना में छिंदवाड़ा और पांढुर्णा क्षेत्र को शामिल करने से जिले के जनजाति वर्ग के किसानों का लाभ होगा। उन्होंने केन्द्रीय कृशि मंत्री श्री चौहान से अनुरोध किया है कि मेरी छिन्दवाडा एवं पाण्ढुर्णा जिले को पी.एम. धन-धान्य कृषि योजना में सम्मिलित कराने का कष्ट करें।