मिशन LiFE के 3R सिद्धांतों से प्रेरित
सतपुड़ा एक्सप्रेस सिवनी, मध्यप्रदेश | जुलाई 2025मिशन LiFE (Lifestyle for Environment) के तहत माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए Reduce, Reuse, Recycle (3R) सिद्धांतों को मूर्त रूप देने के लिए पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी में एक अनोखी और विशालकाय कलाकृति का निर्माण किया जा रहा है।
इस पहल के अंतर्गत लोहे के स्क्रैप मटेरियल से दुनिया की सबसे बड़ी बाघ प्रतिमा बनाई जा रही है, जो पर्यावरण संरक्षण और अपशिष्ट पुनः उपयोग का प्रतीक बनेगी।जनवरी माह से इस कलाकृति का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था, जिसमें पुरानी साइकिलें, लोहे की जंग लगी चादरें, पाइप, और अन्य स्क्रैप मटेरियल का रचनात्मक उपयोग किया गया है। अब यह अद्भुत प्रतिमा लगभग पूर्णता की ओर है।
यह प्रेरणा प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए Make in India अभियान से ली गई है, जिसमें सिंह का प्रतीक चिन्ह भी स्क्रैप मटेरियल से ही बनाया गया था। उसी तर्ज पर यह टाइगर मूर्ति न केवल पेंच टाइगर रिजर्व की शान बनेगी, बल्कि पर्यावरणीय चेतना का संदेश भी देगी।

रजनीश कुमार सिंह भारतीय वन सेवाउप संचालक, पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी (म.प्र.) ने बताया कि वर्तमान विश्व रिकॉर्ड के अनुसार अमेरिका के जॉर्जिया राज्य में 8 फीट ऊंची और 14 फीट लंबी बाघ की प्रतिमा दुनिया की सबसे बड़ी है। लेकिन पेंच टाइगर रिजर्व की यह बाघ प्रतिमा 16 फीट से अधिक ऊंची और 36 फीट से अधिक लंबी होगी, जिससे यह एक विश्व रिकॉर्ड कायम कर सकती है।यह अनूठी पहल न सिर्फ कला और अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देती है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को प्रकृति और संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग की प्रेरणा भी देती है।