Home CITY NEWS अजजा आयोग के राष्ट्रीय सलाहकार प्रकाश उईके आदिवासियों को कर रहे जागरूक

अजजा आयोग के राष्ट्रीय सलाहकार प्रकाश उईके आदिवासियों को कर रहे जागरूक

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सतपुड़ा एक्सप्रेस पांढुर्णा :- लगातार आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार और दमन को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग अब सक्रिय हो चुका है। आयोग लगातार क्षेत्र के विभिन्न आदिवासियों से जुड़े मामलों पर निगाह बनाए हुए हैं और कई मामलों में आयोग ने नोटिस तक जारी किया हुआ है। पूर्व न्यायाधीश और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के मार्गदर्शक प्रकाश उईके निरंतर आदिवासियों के अधिकार और उनके हितों की रक्षा के लिए छिंदवाड़ा और मध्य प्रदेश की नहीं अपितु पूरे देश में लगातार भ्रमण कर रहे है। वे निरंतर आदिवासियों के धर्म परिवर्तन और उनके साथ में हो रहे अत्याचार और शोषण के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और आदिवासी समाज को पूरी ताकत के साथ जागरूक भी कर रहे हैं। यह अभियान अब स्थानीय स्तर पर भी आयोग के मार्गदर्शन में पूर्व न्यायधीश प्रकाश उईके के नेतृत्व में चल रहा है।

पिछले कुछ दिनों से लगातार आदिवासी समाज के व्यक्तियों के विरुद्ध शोषण और अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही है। जिसमें तिगांव और हर्रई जैसी जो घटनाएं मुख्य है जो आदिवासियों के साथ हो रहे अत्याचार को दर्शाता है जिसकी निंदा चहुओर हो रही है। ऐसी घटनाओं को संज्ञान में लेकर जहा राष्ट्रीय अजजा आयोग ने नोटिस जारी किया है, बल्कि अब जमीन स्तर पर आदिवासी समाज को नए सिरे से जागरूक करने के लिए प्रयास शुरू हो चुके है।

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग पांढुर्णा क्षेत्र में जमीन स्तर पर सक्रिय हो चुका है और आदिवासियों को उनके अधिकार बात कर ऊपर हो रहे अत्याचार की जानकारियां जुटाने में लगा हुआ है। अजजा आयोग के पत्र के आधार पर पांढुरना विकासखंड की विभिन्न ग्राम पंचायत में आदिवासियों को जागृत करने और उन्हें उनके अधिकारों से अवगत कराने के लिए दौरा कार्यक्रम तय हुआ है। जिसमें पूर्व न्यायाधीश और आयोग के राष्ट्रीय सलाहकार प्रकाश भाऊ उईके लगातार विभिन्न ग्रामों में पहुंचकर आदिवासी समुदाय के लोगों से अपना संवाद स्थापित करके उनकी समस्याओं और परेशानियों को जान रहे हैं। तीन जुलाई को भंदारगोंदी, वाड़ेगांव और पेड़ोंनि। चार जुलाई को सावजपानी और भूयारी, पांच जुलाई को गुजरखेड़ी और राजोराकला। सात जुलाई को परसोढ़ी, मांगूरली और गोरलीखापा के अलावा आठ जुलाई को तिगांव , पिपलानी और नांदनवाडी में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की ओर से राष्ट्रीय सलाहकार प्रकाश उईके विशेष ग्राम सभाओं में पहुंचेंगे और समस्याओं को जानते हुए सीधे आवेदन प्राप्त करेंगे। जिसका आगामी समय में यथोचित निराकरण किया जाएगा ताकि आदिवासी समाज के लोगों को न्याय मिल सके।

राष्ट्रीय अजजा आयोग के मार्गदर्शन में पांढुर्णा श्रेत्र चलाए जा रहे जन जागरुकता अभियान के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा अंतर सिंह आर्य जी के निर्देशानुसार, वरिष्ठ सलाहकार अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली भारत सरकार प्रकाशभाऊ उईके जी ने दिनांक गुरुवार को पांढुर्णा जिले के भंदारगोंदी, खेड़ीकला, वाड़ेगांव, बनगांव तथा पेंडोनी ग्राम पंचायत में जनजातीय जागरण कार्यक्रम में मार्गदर्शन प्रदान किया। यहां उन्होंने ग्रामीणों के साथ संवाद किया इस दौरान आयोग की शक्तियों के बारे में बताया। साथ ही इस दौरान ग्रामीणों की समस्याओं को सुना, उन्होंने कुछ गंभीर मामलों पर तुरंत आयोग द्वारा संज्ञान लिए जाने की बात कहीं है। जिनमें गांवों में अवैध अंग्रेजी शराब की बिक्री और आदिवासियों पर फर्जी आबकारी के मामले आयोग के संज्ञान में लाए गए ।

ग्रामीण क्षेत्र में बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं की कमी जिससे झोलाछाप डॉक्टरों को प्रोत्साहन मिलता है और आदिवासी मूल स्वास्थ्य सेवा के अधिकारों से वंचित हैं। इन पंचायतों में विद्यालय में शिक्षको की कमी और पीने के लिए किसी भी पंचायत के स्कूल में पीने के लिए साफ पानी तथा साफ प्रसाधन की उपलब्धता नहीं हैं इसे तत्काल आयोग द्वारा संज्ञान में लेकर संबंधित विभाग को नोटिस जारी किया जाएगा। पंचायत के कार्य जैसे ड्रोन सर्वे में कई आदिवासियों के घरों को नहीं लिया गया हैं। गांवों से गांवों को जोड़ने वाली ग्रामीण सड़क भी नहीं हैं, जैसे रिंगनखापा से भंदारगोंदी, भंदारगोंदी से जूनेवानी बायपास मार्ग भी अधूरा पड़ा है। कई छात्रों से बात करने पर पता चला की विगत 2 वर्षों से उनकी स्कॉलरशिप नहीं आई है हो सकता हैं उनके आधार सीडिंग में समस्या रही हो लेकिन आज सभी छात्रों के दस्तावेज दुरुस्त है फिर भी वे अपनी स्कॉलरशिप से वंचित है इस मामले को भी आयोग द्वारा संज्ञान में लिया गया हैं । बताया जा रहा है कि आयोग का दौरा पांढुरना जिले के अन्य पंचायतों में निरंतर जारी रहेगा। शुरुआती जनसंपर्क के दौरान की कई ग्रामों में ग्राम सभा आयोजित करके क्षेत्रवासियों से सीधा संवाद स्थापित किया गया है, जिसमें आगे भी लोगों के और जुड़ने की बात कही जा रही है।

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