सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के निर्देशन में छिंदवाड़ा जिले में “मिलावट से मुक्ति” अभियान के तहत लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसका उद्देश्य न केवल मिलावटखोरों पर कार्रवाई करना है, बल्कि आम जनता व कारोबारियों को मिलावट के प्रति जागरूक और प्रशिक्षित करना भी है। इसी कड़ी में 4 अप्रैल 2025 को खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई एवं जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए गए।
शहर की प्रियदर्शिनी कॉलोनी स्थित *शुभम फूड्स*, जो लड्डू निर्माण करता है, को स्वच्छता नियमों और लाइसेंस की शर्तों का पालन न करने पर तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी गोपेश मिश्रा ने बताया कि प्रतिष्ठान को खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम की धारा 32 के तहत नोटिस जारी किया गया है और सुधार होने तक निर्माण कार्य बंद रहेगा। लड्डुओं में रंग की मिलावट की आशंका के चलते चार नमूने लेकर प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे गए हैं।

इसी तरह लिंगा बायपास स्थित *शिवशंकर एक्वा* नामक पानी फैक्ट्री को भी बिना वाटर टेस्टिंग रिपोर्ट और मेडिकल सर्टिफिकेट जैसे जरूरी दस्तावेजों के अभाव में नोटिस जारी किया गया है। पानी के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।जनजागरूकता के तहत चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से लिंगा, सिमरिया मंदिर क्षेत्र और उमरानाला में स्ट्रीट फूड विक्रेताओं की जांच की गई। केमिस्ट आकाश डेकोले और खाद्य सुरक्षा अधिकारी गोपेश मिश्रा ने होटल स्टाफ व चाट-पकोड़ी विक्रेताओं को स्वच्छता और गुणवत्ता बनाए रखने हेतु जागरूक किया।
अन्य क्षेत्रों में भी सैंपलिंग की कार्रवाई हुई:- अकलमा, बिछुआ में *अंकित कोल्ड ड्रिंक* से शीतल पेय के 5 नमूने लिए गए।
– अमरवाड़ा, अमोली चौपाटी में *भारत मेवाड़ आइसक्रीम* से लस्सी और आइसक्रीम के 10 नमूने लिए गए।
– परासिया व चांदामेटा क्षेत्र में *भारत मेवाड़ आइसक्रीम* और *सांवरिया आइसक्रीम* से लस्सी व आइसक्रीम के 6 नमूने लिए गए।सभी नमूने परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद *खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006* के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी।