–समूचित इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे डेंगू पीड़ित-जिला अस्पताल सहित सामुदायिक व प्राथमिक केन्द्रों पर नहीं मिल रहा पर्याप्त इलाज
-स्वास्थ्य सुविधाओं पर जिम्मेदारों का नहीं है ध्यान, डेंगू पीड़ित हो रहे परेशान
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा:- छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद माननीय नकुलनाथ ने डेंगू के बढ़ते प्रकोप और उससे लगातार हो रही मौत पर गहन चिंता व्यक्त की है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्थाओं पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि पांढुर्ना एवं छिन्दवाड़ा जिले में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ा है। दोनों ही जिले के कुछ क्षेत्र पूरी तरह ग्रस्ति हो चुके हैं और स्वास्थ्य विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है तो वहीं जिम्मेदारों ने चुप्पी साध ली है। श्री नकुलनाथ ने अपने जारी बयान में आगे कहा कि डेंगू दिन ब दिन भयावह रूप लेते जा रहा है। पांढुर्ना व छिन्दवाड़ा के जिला अस्पतालों में मरीजों को भर्ती कर उचित इलाज नहीं मिलने के चलते निजी अस्पतालों पर निर्भरता बढ़ती जा रही है। वहीं सामुदायिक व प्राथमिक केन्द्रों पर इलाज, डेंगू की जांच व सम्पूर्ण दवाइयों की उपलब्धता नहीं होना बड़े दुर्भाग्य का विषय है।
स्थानीय स्तर पर जिलाधिकारी से लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसर होने के बावजूद जिले में डेंगू जैसी बीमारी का भयावाह रूप लेना सत्ता व शासन की बड़ी नाकामी है। सत्ता व शासन में बैठे जिले के जिम्मेदार समुचित स्वास्थ्य सुविधा भी उपलब्ध नहीं करा पा रहे। समय रहते पर्याप्त चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने के चलते डेंगू पीड़ितों की मौत हो रही। डेंगू के बढ़ते मामलों से दूर दूसरी ओर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सत्ता की आवभगत में जुटा है। सर्वप्रथम डेंगू की रोकथाम के लिये ठोस कदम उठाये जायें साथ ही जिला अस्पताल व सभी सामुदायिक व प्राथमिक केन्द्रों पर डेंगू की नि:शुल्क जांच कर प्राथमिक उपचार के इंतजाम करें, गम्भीर पीड़ितों को जिला अस्पताल में भर्ती करने हेतु पर्याप्त व्यवस्था बनायें साथ ही समूचित इलाज भी सुनिश्चित करें।
डेंगू से छात्र की मौत दुखद घटना:- नकुलनाथ ने ब्लॉक परासिया की पंचायत इकलहरा में एक छात्र की डेंगू से मौत के मामले पर गहन दुख व्यक्त करते हुये कहा कि यह बेहद दुखदयी है। परासिया क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर डेंगू फैला चुका है इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने रोकथाम के कोई इंतजाम नहीं करना बड़ी लापरवाही को दर्शाता है। नाथ ने कहा कि अब शासन व प्रशासन डेंगू की रोकथाम के उपाये सुझाने से ज्यादा मौत के आंकड़ों को दबाकर भाजपा सरकार की नाकामी को छिपाने में जुट जायेंगे, क्योंकि कोराना संक्रमण काल के दौरान भी इन्होंने ऐसे ही घिनौने कृत्य किये थे। पूर्व सीएम कमलनाथ व मेरे द्वारा लगातार ऑक्सीजन से लेकर आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई गई जिसके चलते छिन्दवाड़ा की जनता ने मप्र के अन्य जिलों जैसी भायवाह स्थिति का सामना नहीं किया।
नाथ ने अपने बयान में आगे कहा कि जिला प्रशासन को चाहिये की वह अविलम्ब पर्याप्त दवाइयों के साथ ही डेंगू की जांच के इंतजाम करें साथ अतिप्रभावित क्षेत्रों में कैंप लगाकर चलित अस्पतालों के माध्यम के सभी हिस्सों में पहुंचकर डेंगू की जांच करें, आवश्यक दवाइयों का छिड़कांव करें साथ ही तत्काल आवश्यक दवाइयां भी उपलब्ध करायें। उन्होंने आग्रह पूर्वक कहा कि जिला कलेक्टर एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डेंगू के बढ़ते मामलों पर संज्ञान लेकर पीड़ितों को समय पर इलाज मिले ऐसे इंतजाम करें।