शैक्षणिक सत्र वर्ष 2024-25 में रिक्त पदों के विरूद्ध अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था
लोक शिक्षण संचालनालय ने जारी किये दिशा-निर्देश
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। स्कूल शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र वर्ष 2024-25 में रिक्त पदों के विरूद्ध अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था के संबंध में समस्त जिला शिक्षा अधिकारी को दिशा-निर्देश जारी किये है। निर्देशों में कहा गया है कि जिन रिक्तियों के विरूद्ध शासकीय विद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था के लिये अतिथि शिक्षकों को रखा जाना हैं, ऐसी रिक्तियों को राज्य स्तर से जीएफएमएस पोर्टल पर प्रदर्शित किया जायेगा। जीएफएमएस पोर्टल पर प्रदर्शित रिक्त पद के अतिरिक्त अन्य कोई अतिथि शिक्षक शासकीय विद्यालय में नहीं रखा जा सकेगा।
निर्देशों में कहा गया है कि जिन विद्यालयों में रिक्त पद है, वहां उन्हीं शिक्षकों को नियमानुसार रखा जायेगा। इसमें हाईकोर्ट की गाईडलाइन का पालन किया जायेगा। अतिथि शिक्षक पोर्टल पर आवेदक का जिस पैनल का स्कोर कार्ड जनरेट है, केवल उसी पैनल में ज्वॉइनिंग दर्ज हो सकेगी। वर्ष 2023-24 में कार्यरत अतिथि शिक्षक द्वारा जिस विद्यालय में कार्य किया गया है, उस विद्यालय में अतिथि शिक्षक द्वारा स्वयं के लॉगइन आईडी से ज्वॉइनिंग दे सकें वह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अतिथि शिक्षक ऑनलाइन ज्वॉइनिंग अपने संबंधित विद्यालय में 7 अगस्त 2024 तक अनिवार्य रूप से देंगे। यह निर्देश विभाग द्वारा जारी किये गये है।
अतिथि शिक्षक आमंत्रण के लिये समय सारणी- अतिथि शिक्षक आमंत्रण के लिये जीएफएमएस पोर्टल पर रिक्त पदों का प्रदर्शन 30 जुलाई 2024 तक किया जायेगा। अतिथि शिक्षक द्वारा जीएफएमएस पोर्टल पर ज्वॉइनिंग दर्ज करना पोर्टल पर अपलोड करने का कार्य एक अगस्त से 7 अगस्त 2024 तक होगा। इसी अवधि में शाला प्रभारी ज्वॉईन किये गये अतिथि शिक्षक की उपस्थिति का प्रमाणीकरण करेंगे। ऐसी शाला में जहां नियमित शिक्षक पदस्थ है, लेकिन किन्हीं कारणों से सम्पर्ण शैक्षणिक सत्र के लिये अनुपलब्ध है। वहां अतिथि शिक्षक की व्यवस्था के संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय ने समय सारणी जारी की है। एक अगस्त से 4 अगस्त 2024 तक संकुल प्राचार्य द्वारा जीएफएमएस पोर्टल पर नियमित शिक्षक के अनुपलब्ध होने का कारण एवं आदेश की प्रति अपलोड की जायेगी। 5 और 6 अगस्त को संकुल प्राचार्य द्वारा प्रेषित की गई रिक्वेस्ट का परीक्षण कर संचालनालय से अनुमोदन दिया जायेगा। 6 एवं 7 अगस्त को अतिथि शिक्षक जीएफएमएस पोर्टल पर ज्वॉइनिंग दर्ज कर सकेंगे। 7 एवं 8 अगस्त को अतिथि शिक्षक की ज्वॉईन की प्रमाणीकरण का कार्य होगा। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी प्रतिमाह की 7 तारीख तक अनिवार्य रूप से मानदेय देयकों का परीक्षण कर भुगतान किया जायेगा। इसकी जानकारी माह की 10 तारीख अनिवार्य रूप से जीएफएमएस पोर्टल पर दी जायेगी।
स्कूल शिक्षा विभाग के कॅरियर पोर्टल पर उपलब्ध है महत्वपूर्ण जानकारियाँ
प्रत्येक जिले में 2-2 शिक्षक मास्टर ट्रेनर
छिन्दवाड़ा/ / स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश में स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों द्वारा अपनी रूचि के अनुसार कॅरियर विकल्पों का चयन करने के लिये कॅरियर पोर्टल तैयार किया है। पोर्टल पर 500 से अधिक कॅरियर संबंधी, 7 हजार 500 से अधिक कॉलेज, 1000 से अधिक प्रवेश परीक्षाएँ और 750 से अधिक छात्रवृत्तियों की जानकारी उपलब्ध कराई गई है। इससे विद्यार्थी अपनी पसंद का ऑप्शन चुन सकते हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग ने शैक्षिक एवं कॅरियर के विकल्पों के चयन के लिये कॅरियर कांउन्सिलिंग के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्था आईसीएस लखनऊ के साथ अनुबंध किया है। इस अनुबंध के आधार पर प्रदेश के समस्त विद्यालयों में कॅरियर कांउन्सिलिंग कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। कांउन्सिलिंग एवं गाईडेन्स से संबंधित कौशल विकास के लिये 3 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण आयोजित भी किया जा चुका है। इस कार्यक्रम के लिये प्रत्येक जिले से 2-2 शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में चुना गया है और उन्हें आईसीएस पोर्टल और एप के उपयोग संबंधी आवश्यक प्रशिक्षण दिलाया गया है।
व्यवासयिक पाठक्रम के वोकेशनल ट्रेनर को प्रशिक्षण- राज्य स्तर पर प्रशिक्षत मास्टर ट्रेनर द्वारा विद्यालय में संचालित व्यवासयिक पाठ्यक्रम वोकेशनल ट्रेनर को प्रशिक्षण दिलाया गया है। व्यवासयिक शिक्षा के अतंर्गत एम्पलॉयबिलिटी के लिये आवश्यक हॉर्ड-सॉफ्ट स्किल के विकास की जानकारी, आईसीएस कॅरियर जीपीएस मोबाईल एप पर पंजीयन के बाद विद्यार्थियों को उनकी रूचि और एप्टीट्यूट के अनुसार कॅरियर से संबंधित विकल्पों की जानकारी दी गई।
कल्चरर ट्वीनिंग- शासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थी अपने आस-पास के स्कूलों के बीच सकारात्मक तालमेल रख सकें। इसके लिये प्रत्येक जिले में 10 चयनित विद्यालयों में कल्चरर ट्वीनिंग कार्यक्रम को चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के जरिये विद्यार्थियों को आस-पास के विद्यालयों की कला, खेल और कॅरियर से संबंधी गतिविधियों में भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। विद्यार्थियों को संस्कृति, परिवेश, साहित्यिक आयोजन और संवाद जैसे कार्यक्रमों में शामिल होने का अवसर उपलब्ध कराये जा रहे है।
शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त किया
लोक शिक्षण संचालनालय ने एक बार फिर निर्देश दिए हैं कि गैर शिक्षकीय कार्यों में लगे शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त किया जाता है, और उन्हें उनके मूल स्थापना वाले स्थान यानि स्कूलों में वापस जाना पड़ेगा, अब पढ़ाने के अलावा शिक्षकों से कोई और काम कराया तो जिमेदार पर होगी कार्रवाई ऐसे शिक्षक जो गैर शिक्षकीय कार्यों में लगे हैं, उनके लिए लोक शिक्षण संचालनालय ने एक बार फिर निर्देश दिए हैं कि गैर शिक्षकीय कार्यों में लगे शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त किया जाता है।