आज कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी दाखिल करेंगे नामांकन -कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य वरिष्ठ नेता रहेंगे उपस्थित
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।अमरवाड़ा विधानसभा में आदिवासी आस्था के केंद्र आंचलकुंड धाम में दादाजी धूनी वाले ने अखंड धूनी जलाई थी, जो करीब 200 सालों से जल रही है. यहां की ऐसी मान्यता है कि अब इस धूनी की भभूति से सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है. आज भी यहां लोगों के दुख-दर्द दूर करते हैं और हर व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण होती है. यहीं से आते हैं आंचलकुंड दरबार जहा अमित शाह जैसे दिग्गज भी सिर झुकाते हैं. कांग्रेस छोटे महाराज को अमरवाड़ा उपचुनाव में उतार रही है।
जिस व्यक्ति के सामने बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह से लेकर बड़े-बड़े दिग्गज मत्था टेकते हैं, अब वही कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार हैं. अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में कमलनाथ भाजपा को उनकी ही रणनीति के तहत झटका देने की तैयारी में जुटे हुए हैं. दरअसल, कांग्रेस और कमलनाथ उपचुनाव में आदिवासियों के प्रमुख धार्मिक केंद्र आंचलकुंड के छोटे महाराज धीरन शा इनवाती को अपना प्रत्याशी बना दिया है।
कौन हैं छोटे महाराज धीरन शा ?
आंचलकुंड धाम में खंडवा के दादाजी धूनीवाले केशवानंद जी महाराज और हरिहर महाराज ने आकर अपने भक्त कंगाल दास बाबा को दर्शन दिए थे, वहीं अपने हाथों से यहां धूनी जलाकर कहा था. करीब 200 साल पहले आंचलकुंड धाम की स्थापना कंगाल दास बाबा ने की थी. उनकी चौथी पीढ़ी अब सेवादार के रूप में यहां पर है. फिलहाल गणेश बाबा यहां के मुख्य सेवादार हैं उनके छोटे भाई धीरन शा पर कांग्रेस ने दांव खेला है।
आंचलकुंड पर जब अमित शाह को हुई देरी
मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव का शंखनाद 25 मार्च 2023 को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छिंदवाड़ा से आदिवासियों को साधने के साथ ही किया था. गृहमंत्री को आंचलकुंड में दादाजी के दरबार में दर्शन करने के लिए पहुंचना था. उन्हें छत्तीसगढ़ से आने में देर हो गई और फिर घोषणा कर दी गई कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आंचलकुंड नहीं पहुंचेंगे. इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्थानीय लोगों से अमित शाह की तरफ से माफी मांगते हुए आंचलकुंड में दर्शन किए और दादाजी के सेवादार का सम्मान भी किया था।
आंचलकुंड दरबार राजनीतिक लिहाज से कितना प्रभाव रखता है इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि केंद्रीय गृहमंत्री उसी दिन छिंदवाड़ा आए और उन्होंने महाविजय अभियान की शुरुआत की, लेकि कार्यक्रम कैंसिल होने के बाद भी वे आंचलकुंड के दरबार में शाम को पहुंचे और उन्होंने दर्शन किए. माना जाता है कि आंचलकुंड आदिवासियों की आस्था का केंद्र और इस मामले में अमित शाह रिस्क नहीं लेना चाहते थे।
बीजेपी के लिए काफी मजबूत मानी जा रही अमरवाड़ा विधानसभा की सीट कमलनाथ की चाल से मुसीबत में फंसती नजर आ रही है क्योंकि कांग्रेस और कमलनाथ ने जिस धीरेंद्र शाह इनवाती को अपना उम्मीदवार बनाया है उनके पिता से सिर्फ अमरवाड़ा विधानसभा ही नहीं बल्कि छिंदवाड़ा जिले के करीब 90 फीसदी आदिवासियों का धार्मिक लगाव और जुड़ाव है. इन आदिवासियों के घरों में आंचलकुंड धाम की पूजा ही नहीं की जाती बल्कि उनके घरों में इस दरबार की तस्वीर भी देखने को मिलती है अब बीजेपी के सामने कमलनाथ का यह पैंतरा चुनौती साबित होगी।
आज कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी दाखिल करेंगे नामांकन -कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य वरिष्ठ नेता रहेंगे उपस्थित छिन्दवाड़ा:- जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर होने जा रहे उप चुनाव के लिये कांग्रेस के अधिकृत्य उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ व जिले के पूर्व सांसद श्री नकुलनाथ से चर्चा के उपरांत अमरवाड़ा सीट के लिये उम्मीदवार का चयन किया जा चुका है। कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी की नामांकन रैली में प्रदेश कांग्रेस कमेटी, जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेतागण, पदाधिकारी व कार्यकर्तागण उपस्थित रहेंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 20 जून दिन गुरुवार को कांग्रेस के उम्मीदवार नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन रैली में सम्मिलित होने के लिये प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंघार व पूर्व मंत्री श्री सुखदेव पांसे प्रात: 6 बजे कार द्वारा भोपाल से प्रस्थान करेंगे। नेताद्वय का नरसिंहपुर सड़क मार्ग से होते हुये दोपहर 12 बजे अमरवाड़ा आगमन होगा, तदोपरांत वे कांग्रेस प्रत्याशी की नामांकन रैली में सम्मिलित होंगे। नेताद्वय दोपहर 2 बजे अमरवाड़ा से भोपाल के लिये प्रस्थान करेंगे।