सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा/ राज्य शासन द्वारा जिले के ब्लॉक तामिया के ग्राम बोदल कछार में 28- 29 मई 2024 की मध्यरात्रि को हुई दुखद घटना में मृतकों के निकटतम वैध वारिसों और पीड़ित परिजनों को 04 लाख रुपए के मान से कुल 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। यह आर्थिक सहायता राशि मृतक आरोपी की दोनों बहनों, उसकी मृतक पत्नी के पिता, मृतक भाभी के पिता और घायल बालक के पिता को प्रदाय की गई है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने ग्राम बोदल कछार पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की थी। पीड़त परिवार को यह आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की जा चुकी है।
ग्राम बोदल कछार की घटना में घायल बालक खतरे से बाहर
मुख्यमंत्री डॉ.यादव के निर्देश पर घायल बालक का हो रहा है समुचित उपचार
कलेक्टर श्री सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायल बालक कीस्वास्थ्य स्थिति का जायजा लिया और परिजनों से मुलाकात की
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा/ / मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के निर्देशानुसार जिले के ब्लॉक तामिया के ग्राम बोदल कछार की दुखद घटना में घायल बालक का मेडिकल कॉलेज नागपुर में समुचित इलाज हुआ है। जिससे अब वह ठीक है और रिकवरी प्रॉपर होने के कारण घाव की स्टिचिंग करने के बाद मेडिसिन देकर उसे शुक्रवार को घर जाने के लिए डिस्चार्ज कर दिया गया।
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने घायल बालक को नागपुर मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज होने पर सुरक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के दृष्टिगत जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में रखा है। जहां उसका इलाज जिला प्रशासन के अधिकारी और जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों की निगरानी में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने सिम्स और जिला अस्पताल छिंदवाड़ा के डॉक्टर्स को बालक का ठीक तरह से इलाज और देखरेख करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर बालक के स्वास्थ्य की स्थिति का जायजा लिया और उसके परिजनों से मुलाकात की।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि बालक पूरी तरह से खतरे से बाहर है । मेडिकल कॉलेज छिंदवाड़ा और जिला अस्पताल के डॉक्टर्स की टीम बालक का इलाज करेगी, जिससे बालक का घाव जल्दी से भर जाए और रिकवरी प्रॉपर हो। आगामी दिवसों में उसकी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार सिम्स के स्पेशलिस्ट डॉक्टर द्वारा बालक की मेग्जिलो-फेशियल सर्जरी की जायेगी । पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही उसे घर भेजा जाएगा। मेडिकल कॉलेज नागपुर के चिकित्सकों की सलाह के अनुसार आवश्कता पड़ने पर ही उसे आगामी उपचार या प्लास्टिक सर्जरी आदि के लिए पुनः मेडिकल कॉलेज नागपुर भेजा जाएगा।