मूकदर्शक बने अधिकारी, सीएम हेल्पलाइन में वाह -वाही लूटने दर्ज कर रहे फर्जी निराकरण, शासन को प्रति माह लग रहा लाखो का चूना
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।शहर के राजीव गांधी बस स्टैंड में यात्री प्रतीक्षालय के सामने बस पार्किंग के लिए जगह बनाई गई थी लेकिन नगर निगम के अधिकारियों की मेहरबानी के चलते दो निजी अस्पतालों ने इसमें कब्जा कर लिया है बकायदा स्टॉपर और बैरिकेडिंग लगाकर सिर्फ अस्पताल में आने वाले मरीजों के परिजनों के वाहन को ही एंट्री दी जाती है ना तो बस खड़े होने दी जाती है और ना ही आम नागरिकों के कोई वाहन अगर किसी ने खड़ा कर दिया तो अस्पताल प्रबंधन के कहर का सामना करना पड़ेगा, मामला आनंद हॉस्पिटल का है
देखिए कितना मेहरबान है नगर निगम प्रशासन।
सरकारी जमीन पर बना दिया एमरजैंसी एग्जिट।
नगर निगम आनंद हॉस्पिटल पर कितनी मेहरबानी बरत रहा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बिल्डिंग अधिनियम के अनुसार किसी भी भवन में एमरजैंसी एग्जिट होना अनिवार्य होता है जो की बस स्टैंड नियम के अधीन यहां पर कॉम्प्लेक्स बनाए गए थे और एमरजैंसी एग्जिट नहीं था नगर निगम ने मेहरबानी करते हुए सरकारी जमीन पर लोहे की सीढ़ियां लगाकर फा यर एग्जिट का लाइसेंस भी दे दिया।
यात्री प्रतीक्षालय में किया कब्जा पार्किंग पर भी गुंडागर्दी।
आनंद अस्पताल प्रबंधन ने राजीव गांधी बस स्टैंड में यात्रियों के लिए बनाए गए प्रतीक्षालय पर भी कब्जा कर लिया है बसों के इंतजार में यात्रियों को बैठने के लिए प्रतीक्षालय बनाया गया है लेकिन आनंद हॉस्पिटल ने उसमें कब्जा कर लिया है इतना ही नहीं सामने बनाई गई पार्किंग में भी अस्पताल का कब्जा है अगर कोई आम नागरिक पार्किंग में अपना वाहन लगा ता है तो प्रबंधन के गार्ड और प्रबंधन उन पर गुंडागर्दी करता है और वहां पर वाहन भी खड़े नहीं करने देता जिसकी वजह से बस संचालक सहित आम नागरिकों को वाहन पार्किंग करने में समस्या आती है जिसका हरजाना आम नागरिकों को सड़कों में जाम के रूप में भुगतना पड़ता है।
छत में भी किया कब्जा चल रही है मोनोपोली।
इतना ही नहीं आनंद अस्पताल प्रबंधन पर प्रशासन इतना मेहरबान है की नगर निगम के नियमों कितने हैं किसी भी छत पर अधिकार नगर निगम का होता है लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने छत पर भी कब्जा कर लिया है और पूरी तरीके से बिना टैक्स दिए उसका उपयोग कर रहा है।
आखिर कैसे मिल गई अस्पताल संचालन करने की अनुमति।कोई भी अस्पताल संचालित करने के लिए इलाके को साइलेंट जोन होना अनिवार्य है अस्पताल के सामने से गुजरने वाले वाहनों के हॉर्न बजाने पर भी प्रतिबंध रहता है लेकिन यहां पर तो स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की मिली भगत के चलते आनंद हॉस्पिटल को बस स्टैंड के बीचों बीच अस्पताल चलाने की अनुमति दे दी गई जहां पर 24 घंटे शोरगुल रहता है ऐसे में मरीजों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है।
यात्री प्रतीक्षालय की गैलरी पर कब्ज़ा कर लगाया जनरेटर
आनंद हॉस्पिटल ने यात्री प्रतीक्षालय की गैलरी पर कब्ज़ा कर लगाया जनरेटर है और बाकायदा दुकानों के सामने बनी गैलरी पर टीन शेड निर्माण कर कब्जा कर लिया है गेट लगाकर गैलरी को बंद कर दिया जाता हैं
यात्री प्रतीक्षालय में ग्राउंड फ्लोर कब्ज़ा कर बनाया ऑक्सीजन रूम
आनंद हॉस्पिटल ने यात्री प्रतीक्षालय में ग्राउंड फ्लोर कब्ज़ा कर ऑक्सीजन रूम बनाया है और बाकायदा सामने रोलिंग शटर लगा कर कब्जा कर लिया है शटर लगाकर गैलरी को बंद कर दिया जाता हैं
निगम अधिकारियों ने सी एम हेल्प लाइन को बनाया मज़ाक
निगम के अधिकारी आनंद हॉस्पिटल पर इस कदर मेहमान मेहरबान है कि नोटिस देकर खाना पूर्ति कर रहे हैं जब उक्त अतिक्रमण की सी एम हेल्प लाइन में शिकायत दर्ज कराई गई तो नंबर वन आने निगम अधिकारियों द्वारा फर्जी निराकरण कर शिकायत को बंद कर दिया जाता है ।
जल्द ही अगले अंक में जानिए 13 कमरों की क्या है कहानी नगर निगम के कारनामें लगातार…..