पर्यटन ग्राम सावरवानी में काष्ठ शिल्प का प्रशिक्षण ले रहे ग्रामीण
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा/ / जिले के पर्यटन ग्राम सावरवानी में ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड कई नवाचार कर रहा है। इन दिनों गांव में काष्ठ शिल्प का प्रशिक्षण चल रहा है और ग्रामीणों को लकड़ी के खिलौने आदि बनाना सिखाया जा रहा है।
यह खिलौने पर्यटक खरीद भी सकेंगे।जिला पुरातत्व, पर्यटन व संस्कृति परिषद के नोडल अधिकारी बलराम राजपूत ने बताया कि कलेक्टर शीलेंद्र सिंह और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पार्थ जैसवाल के कुशल मार्गदर्शन में जिले में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने और ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने की विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही है। इसी कड़ी में जिले के आदिवासी विकासखंड तामिया के ग्राम सावरवानी मे रिस्पांसिबल टूरिज्म के अंतर्गत संस्था विलेज वेज़ के द्वारा मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड एवं डीएटीसीसी के सहयोग से 12 दिवस का काष्ठ शिल्प का प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा हैं जिसका उद्देश्य ग्राम में रोजगार के नये अवसर पैदा करना हैं।
संस्था विलेज वेज़ की एमडी सुश्री मनीषा पांडे ने बताया की ट्रेनिंग के माध्यम से बनने वाले आर्ट एंड क्राफ्ट को विभिन्न माध्यम से बेचा जाएगा और गाँव में आने वाले पर्यटक भी सीधे इन लोगों से क्राफ्ट खरीद सकते हैं। ट्रेनिंग के बाद ग्रामीणों को टूल्स भी उपलब्ध कराये जायेंगे। ग्रामीणों को काष्ठ शिल्प का प्रशिक्षण देने आये कलाकार श्री चंदन विश्वकर्मा ने बताया कि अभी ग्रामीणों को लकड़ी के हाथी-घोड़े, मिट्ठू, दूल्हा-दुल्हन सहित अन्य छोटी-छोटी सजावटी वस्तुएं बनाना सिखाया जा रहा है, इसके बाद लकड़ी पर शिल्पकारी सिखाई जायेगी।
कृषि विज्ञान केंद्र छिंदवाड़ा में फसल विविधता विषय पर कृषिविस्तार कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न
छिन्दवाड़ा/ / जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र छिन्दवाड़ा में भारतीय कृषक अनुसंधान परिषद, राष्टीय मृदा सर्वेक्षण एवं भूमि उपयोग नियोजन ब्यूरो नागपुर महाराष्ट्र एवं कृषि विज्ञान केंद्र छिंदवाड़ा के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमे जिले के कृषि विस्तार कार्यकर्ता और इनपुट डीलर्स ने सहभागिता की।कृषि विज्ञान केंद्र छिन्दवाड़ा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ.डी.सी.श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में छिंदवाड़ा जिले की फसल विविधताओं और श्रीअन्न फसलों की महत्ता की जानकारी दी।
राष्टीय मृदा सर्वेक्षण एवं भूमि उपयोग नियोजन ब्यूरो नागपुर के प्रधान वैज्ञानिक डॉ.एम.के.रघुवंशी ने फसल विविधीकरण की छिंदवाड़ा जिले की अनुकूलता के लिए विभिन्न आयामों के विषय में प्रशिक्षणार्थियों को जानकारी प्रदान की। अधिष्ठाता उद्यानिकी महाविद्यालय डॉ.विजय पराड़कर ने जिले में धान्य फसलों व मक्का फसलों की विभिन्न विविधता और अन्य दलहन व तिलहन फसलों के विविधीकरण को बढ़ावा देने की बात कही।
उप संचालक कृषि जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि जिले में फसल विविधीकरण का भविष्य उज्जवल है जिसमें हर तरह के फसल उत्पादन की अपार संभावनायें हैं। फसल विविधता के नोडल अधिकारी डॉ.आर.के.झाड़े ने कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यशाला में डॉ.आर.के.नेताम, डॉ.अभय शिरले, डॉ.गौरव महाजन, श्रीमती रिया ठाकुर, नितेश गुप्ता, सुंदरलाल अलावा, श्रीमती चंचल भार्गव और केंद्र के सभी अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।
आगामी 3 दिवस में शत-प्रतिशत भारिया हितग्राहियों के जाति प्रमाण पत्र बनवाना करें सुनिश्चित- कलेक्टर श्री सिंह
नवागत कलेक्टर श्री सिंह ने की पीएम जनमन अभियान के क्रियान्वयन की समीक्षा
छिन्दवाड़ा/ / नवागत कलेक्टर श्री शीलेंद्र सिंह ने आज कलेक्टर कार्यालय के मिनी सभाकक्ष में प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान (पीएम जनमन) मिशन के जिले में क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने छिंदवाड़ा जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति भारिया के लिए संचालित इस महाभियान के अंतर्गत शामिल किए गए पी.वी.टी.जी. ग्रामों, जनसंख्या और परिवारों की संख्या की जानकारी प्राप्त करने के साथ ही अभियान के तहत शासन की विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं यथा आधार पंजीयन, जाति प्रमाण पत्र, आयुष्मान पंजीयन, जनधन खाता, केसीसी, राशन पात्रता पर्ची, पीएम किसान सम्मान निधि आदि में सैचुरेशन की जानकारी प्राप्त की। विभिन्न निर्माण कार्यों के शासन को प्रेषित प्रस्ताव और अभी तक प्राप्त स्वीकृति की समीक्षा की एवं जिन कार्यों की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है, उनके निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि 2605 के लक्ष्य के विरुद्ध 2420 जाति प्रमाण पत्र बनाए जा चुके हैं, सभी एसडीएम शेष भारिया हितग्राहियों के जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य भी आगामी तीन दिवसों में पूर्ण कराएं।
भारिया परिवारों को व्यापार के माध्यम से लाभ पहुंचाने के लिए 14 स्वीकृत पीएम वनधन विकास केंद्रों का संचालन वन विभाग स्थान चिन्हांकित कर शीघ्र प्रारंभ कराए। तामिया ब्लॉक में 1431.20 लाख रुपए की लागत के एक कौशल विकास केंद्र (आई.टी.आई.) की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है, एसडीएम जुन्नारदेव आई.टी.आई. निर्माण के लिए सरकारी भूमि का चिन्हांकन कर भूमि दिलवाने की कार्यवाही शीघ्र सुनिश्चित करें।
ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत चयनित 3700 भारिया परिवारों में से 1953 परिवारों के प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हो चुके हैं, जिन्हें 02 लाख रुपए के मान से कुल 3906 लाख रुपए की राशि स्वीकृति होकर उनके खाते में पहुंच चुकी है, संबंधित एसडीएम और सीईओ जनपद पंचायत इन हितग्राहियों के आवास निर्माण का कार्य शीघ्र प्रारंभ कराएं और निर्माण सामग्री की उपलब्धता में हितग्राहियों को पूरा सहयोग प्रदान करें।

कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग 77 भारिया बसाहटों के लिए 1295.94 लाख रुपए की स्वीकृत नल जल योजना का कार्य जल्दी प्रारंभ कराएं। पशुपालन विभाग द्वारा केवल 3 बकरी पालन यूनिट का प्रस्ताव प्रेषित करने पर नाराजगी जाहिर करते हुये भारिया परिवारों की संख्या के अनुपात में प्रत्येक ग्राम के लिए बकरी पालन यूनिट के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि जिन विभागों में प्रेषित प्रस्ताव के अनुरूप निर्माण कार्यों की स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है, वे लगातार वरिष्ठ कार्यालय से पत्राचार कर शीघ्र शेष निर्माण कार्यों की स्वीकृति के लिए लगातार प्रयास करें जिससे जिले के भारिया परिवारों को इस अभियान का अधिकतम लाभ जल्दी मिल सके। बैठक में बताया गया कि अभियान के अंतर्गत चिन्हांकित 1100 भारिया घरों में विद्युतीकरण करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है और 25 घरों को विद्युतीकृत किया जा चुका है। परिवहन विभाग के जांच दल द्वारा छिंदवाड़ा-अमरवाड़ा मार्ग में की गई वाहनों की सघन जाँच। 17 वाहनों से लिया गया 25600 रूपये का जुर्माना
छिन्दवाड़ा/ / कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह द्वारा दिये गये निर्देशों के परिपालन में परिवहन विभाग के जांच दल द्वारा आज छिंदवाड़ा-अमरवाड़ा मार्ग पर वाहनों की सघन जाँच की गई जिसमें बिना एच.एस.आर.पी.नम्बर प्लेटों की जांच का कार्य प्रमुखता से कर कार्यवाही की गई ।

जांच के दौरान वाहनों की मिल रही लिखित शिकायतों और सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को देखते हुए परिवहन जांच दल द्वारा सवारी बसों, ऑटो रिक्शा और सभी प्रकार के यात्री वाहनों सहित अन्य सभी छोटे-बड़े वाहनों की फिटनेस संबंधी बारीकी से जाँच की गई।वाहनों की चैकिंग के दौरान जिन वाहन संचालकों द्वारा मोटरयान अधिनियमों का उल्लंघन किया गया ऐसे वाहनों पर तत्काल चालानी कार्यवाही करते हुये 17 वाहनों से 25600 रूपये का जुर्माना लिया गया ।

